Class 10 Non-Hindi (अहिन्दी ) पाठ -5 हुंडरू का जल प्रपात
1. कामता प्रसाद सिंह ‘ काय ‘ रचित पाठ का शीर्षक है
( क ) हुँडरु का जलप्रपात
( ख ) कर्मवीर
( ग ) विक्रमशिला
( घ ) खेमा
उत्तर-( क )
2.हुँडरु का पानी किसकी तरह छलाँग भरता है ?
( क ) बिल्ली
( ख ) शेर
( ग ) चीता
( घ ) हिरण
उत्तर-( घ )
3. हुंडन का पानी…….. की तरह चक्कर काट ता है
( क ) बिल्ली
( ख ) चूहा
( ग ) नेवला
( घ ) साँप
उत्तर- ( घ )
4. पुरुलिया रोड से हुंडरू की दूरी है
( क ) 03 मील
( ख ) 13 मील
( ग ) 23 मील
( घ ) 33 मील
उत्तर-( ख )
5. ‘ हुंडरू का जल – प्रपात ‘ गद्य की कौन – सी विधा है ?
( क ) यात्रा – वृतांत
( ख ) पर्यटन चर्चा
( ग ) कहानी
( घ ) निबंध
उत्तर – ( क )
6. हुंडरू जल – प्रपात की ऊंचाई कितनी है ?
( क ) 100 फुट
( ख ) 243 फुट
( ग ) 400 फुट
( घ ) 500 फुट
उत्तर-( ख )
7. हुंडरू का जल – प्रपात राँची से कितनी दूर है ?
( क ) 20 मील
( ख ) 22 मील
( ग ) 25 मील
( घ ) 27 मील
उत्तर -( घ )
8. हुंडरू की शोभा कैसे बना ?
( क ) सरकार द्वारा
( ख ) प्रकृति द्वारा
( ग ) घाटियों और नदियों द्वारा
( घ ) वहाँ के निवासियों द्वारा
उत्तर-( ख )
9. ‘ जैसा हुंडरू का झरना , वैसा उसका मार्ग ‘ किसने कहा ?
( क ) लेखक ने
( ख ) लेखक के दोस्त ने
( ग ) सैलानियों ने
( घ ) वहाँ के निवासियों ने।
उत्तर- ( क )
10. ‘ हूंडरू का जल – प्रपात ‘ में किस संस्कृति का वर्णन है ?
( क ) आदिवासी संस्कृति का
( ख ) मुस्लिम संस्कृति का
( ग ) सिख संस्कृति का
( घ ) ईसाई संस्कृति का।
उत्तर- ( क )
11. हुंडरू का जल – प्रपात ‘ किसकी रचना है ?
( क ) प्रेमचंद
( ख ) पंत
( ग ) जयशंकर प्रसाद
( घ ) कामता प्रसाद सिंह ‘ काम।
उत्तर- ( घ )
12. हुंडरू जल प्रपात के पास किसने बंगला बनवा दिया है ?
( क ) जिला बोर्ड ने
( ख ) वहाँ के राजा ने
( ग ) प्रधानमंत्री ने
( घ ) मुख्यमंत्री ने।
उत्तर- ( क )
13. छोटानागपुर लेखक की दृष्टि में क्या है ?
( क ) नर्क
( ख ) जंगल
( ग ) स्वर्ग का टुकड़ा
( घ ) वियावान भूमि।
उत्तर- ( ग )
14. स्वर्ण रेखा एक
( क ) झरना
( ख ) नदी
( ग ) झील
( घ ) तालाब
उत्तर-( घ )
15. सवर्ग का एक टुकड़ा है
( क ) मुजफ्फर पुर
( ख ) नाग पुर
( ग ) छोटा नागपुर
( घ ) सिंह भूमि
उत्तर- ( ग )
v.v.i Subjective Question ( 2marks )
1. हुंडरू का पानी कहीं साँप की तरह चक्कर काटता है , कहीं हरिण की तरह छलांग भरता है और कहीं बाघ की तरह गरजता हुआ नीचे गिरता है । इसका वर्णन करें ।
उत्तर – हुंडरू का पानी साँप की तरह वहाँ चक्कर काटता है जहाँ पहाड़ या पत्थर होते हैं । हरिण की तरह वहाँ छलांग मारता है जहाँ बाधक तत्व मौजूद रहते हैं और बाघ की तरह वहाँ गरजता है जब झरना का पानी 243 फुट ऊपर से नीचे गिरता है । तात्पर्य यह कि पानी की धारा अपने बहाव के अनुरूप अपना स्वरूप बनाती है पानी का यह रूप लेखक को भयानक प्रतीत होता है ।
2. हुंडरू का झरना कैसे बना है ?
उत्तर – नदी जहाँ पहाड़ को पार करने की चेष्टा में पहाड़ पर चढ़ती है , वहाँ पानी की कई धाराएँ बन जाती हैं और जब सारी धाराएँ एक होकर पहाड़ से नीचे गिरती हैं , वहीं झरना बनता है । इसकी ऊँचाई 243 फुट है । यह झरना राँची तथा हजारीबाग के जंगलों के बीच में बहता है । झरना की प्रबल धारा जहाँ गिरती है वहाँ का पानी सतरंगा इन्द्रधनुष – सा प्रतीत होता है ।
v.v.i Subjective Question ( 5marks )
1. ” जैसे हुंडरू का झरना वैसे उसका मार्ग ” । इस कथन की व्याख्या कीजिए
उत्तर- ‘ हुंडरू का झरना ‘ राँची से 27 मील की दूरी पर अवस्थित है । यह अन्य झरनों से अलग यानी निराला है । यहाँ तक जाने के लिए बेहतरीन सड़क बनी हुई है । धरती ऊबड़ – खाबड़ , झाड़ी – झुरमुटों , पेड़ – पौधों और लता – गुल्मों के साथ जंगल अपनी जगह आवाद है । जंगली जानवरों की आवाज तथा पक्षियों की चहक से वनप्रांत गुलजार है । कल – कल , छल – छल करती नदियाँ किनारे पर रहनेवाले लोगों को अमृत बाँटती जाती है । झरना पहुँचने तक मार्ग में अनेक सुंदर जंगल भी हैं जिनकी विभीषिका से शायद बाघ को भी डर लगता हो । यह झरना स्वर्णरेखा नदी के उद्गम स्थान से 50 मील आगे है । जल की धाराएँ पहाड़ से नीचे जहाँ गिरती हैं , वहीं यह झरना है । इसका उजला पानी ऐसा प्रतीत होता है , मानो भंवर में पिसकर पत्थर के सफेद चूर्ण गिर रहे हों । इसीलिए लेखक ने कहा — जैसे हुंडरू का झरना वैसे उसका मार्ग ।