( 2 – Marks Questions )
प्रश्न:1 शहरों ने किन नई समस्याओं को जन्म दिया ?
उत्तर – शहरों ने कई नई – नई समस्याओं को जन्म दिया । श्रमिकों की संख्या काफी अधिक थी । अतः उनके लिए आवास की समस्या उत्पन्न हुई । कारखानों के मालिकों द्वारा जो आवास बनाये गये उनमें पर्याप्त रोशनी , पानी , स्वच्छ हवा भी उपलब्ध नहीं थी । फलत : स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हुई । शहरों की आबादी बढ़ने के साथ – साथ बेरोजगारी की समस्या भी बढ़ी । बेरोजगारी की समस्या से कई भयंकर समस्याओं का जन्म हुआ । बेरोजगारी के फलस्वरूप नकारात्मक प्रवृत्ति उत्पन्न हुई । लोगों का नैतिक पतन हुआ , अपराध की प्रवृत्ति उत्पन्न हुई । इस प्रकार , शहरों ने अनेक समस्याओं को जन्म दिया ।
प्रश्न:2 समाज का वर्गीकरण ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में किस भिन्नता के आधार पर किया जाता है ? अथवा , ग्रामीण तथा नगरीय जीवन के बीच किन्हीं दो भिन्नताओं का उल्लेख करें ।
उत्तर – ग्रामीण और शहरी समाज में वर्गीकरण के कई आधार हैं ।
जैसे-
( i ) आबादी आजीविका के साधन , प्राकृतिक वातावरण , शिक्षा , यातायात स्वास्थ्य , बिजली , पानी , सड़क जैसी नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता , अर्थव्यवस्था , जनसंख्या घनत्व आदि ।
( ii ) इसके साथ ही , पारिवारिक जीवन सामाजिक जीवन , परम्परा , व्यवहार , दृष्टिकोण आदि के स्तर पर भी भिन्नता स्पष्ट रूप से झलकती है ।
प्रश्न:3 आर्थिक तथा प्रशासनिक संदर्भ में ग्रामीण तथा नगरीय बनावट के दो प्रमुख आधार क्या हैं ?
उत्तर – आर्थिक तथा प्रशासनिक संदर्भ में ग्रामीण तथा नगरीय व्यवस्था के दो प्रमुख आधार हैं-
( i ) जनसंख्या का घनत्व तथा
( ii ) कृषि आधारित आर्थिक क्रियाओं का अनुपात । शहरों में जनसंख्या का घनत्व अधिक होता है जबकि कृषि आधारित आर्थिक क्रियाओं का अनुपात गाँवों में अधिक होता है ।
प्रश्न:4 किन तीन प्रक्रियाओं के द्वारा आधुनिक शहरों की स्थापना निर्णायक रूप से हुई ?
उत्तर – शहरीकरण की प्रक्रिया बहुत पहले से रही है किन्तु आधुनिक शहरों के विकास की प्रक्रिया लगभग दो सौ साल पुरानी है । आधुनिक शहरों की स्थापना में जिन तीन प्रक्रियाओं के निर्णायक भूमिका रही है , वे हैं
( i ) औद्योगिक पूँजीवादी का उदय ,
( ii ) औपनिवेशिक शासन की स्थापना तथा
( iii ) लोकतांत्रिक आदर्शों का विकास ।
प्रश्न:5 शहर किस प्रकार की क्रियाओं का केन्द्र होता है ?
उत्तर – शहरों में मुख्यत : व्यापार तथा उत्पादन होता है । शहरों के बसने एवं विकसित होते ही प्रशासन नागरिक सुविधाओं का प्रबंधन , शिक्षा आदि कार्य – कलाप भी स्वतः रूप से करता है । इस प्रकार शहर , उत्पादन , व्यापार , प्रशासन , राजनीति शिक्षा आदि क्रियाओं का केन्द्र होता है ।
( 5 – Marks Questions )
प्रश्न:1 ग्रामीण तथा नगरीय जीवन के बीच किन्हीं दो भिन्नता का उल्लेख करें । आप कहाँ रहना पसंद करेंगे ?
उत्तर- ग्रामीण तथा नगरीय जीवन में निम्नलिखित भिन्नताएँ हैं ग्रामीण जीवन –
( ग्रामीण जीवन )
( i ) गाँव की आबादी कम होती है ।
( ii ) गाँव की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा होता है । जैसे खेती और पशुपालन ।
( iii ) गाँव में प्राकृतिक वातावरण स्वच्छ होता है ।
( iv ) गाँव में शिक्षा , यातायात , स्वास्थ्य सुविधाएँ आदि की स्थिति शहरों की अपेक्षा निम्न होती है ।
( v ) ग्रामीण जीवन परम्पराओं के प्रतीक होते हैं ।
( vi ) गाँव में संभावनाएँ सीमित होती हैं ।
( vii ) गाँवों में पारिवारिक बंधन मजबूत होता है ।
( viii ) गाँव में जीवन निर्वाह अर्थव्यवस्था पर आधारित होता है ।
( ix ) गाँव के लोगों में सांस्कृतिक एकरूपता होती है ।
( x ) गाँवों में प्रति व्यक्ति का स्थान अधिक होता है ।
( नगरीय जीवन )
( i ) नगरों की आबादी ज्यादा होती है ।
( ii ) शहरी आबादी , व्यापार तथा उत्पादन से मुख्यत : जुड़ी रहती है ।
( iii ) शहरों में प्राकृतिक वातावरण प्रायः प्रदूषित होता है ।
( iv ) शहरों में शिक्षा , यातायात , स्वास्थ्य सुविधाएँ आदि उन्नत अवस्था में होती है ।
( v ) शहरी जीवन आधुनिकता के प्रतीक होते हैं ।
( vi ) शहर में व्यक्ति को संतुष्ट करने के लिए असीमित संभावनाएँ उपलब्ध हैं ।
( vii ) शहरों में पारिवारिक बंधन ढीले या कमजोर होते हैं ।
( viii ) शहर मुद्रा – प्रधान अर्थव्यवस्था पर आधारित होते हैं ।
( ix ) शहरों में विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों के बसने के बहुरंगी संस्कृति के दर्शन होते हैं ।
( x ) शहरों में प्रति व्यक्ति का स्थान कम होता है । इस प्रकार ग्रामीण तथा नगरीय जीवन में व्यापक भिन्नता पाई जाती है । अतः हम गाँवों में ही रहना पसंद करेंगे । अब ग्रामीण सुधार पर सरकार बल दे रही है ।
प्रश्न:2 शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यवसायी वर्ग , मध्यम वर्ग व मजदूर वर्ग की भूमिका की चर्चा करें ।
उत्तर –
औद्योगिक क्रान्ति के फलस्वरूप समाज में तीन वर्गों का उदय हुआ
( i ) व्यवसायी वर्ग ( पूँजीपति वर्ग )
( ii ) मध्यवर्ग या बुर्जुआ वर्ग तथ
( iii ) श्रमिक वर्ग
शहरीकरण की प्रक्रिया में इन तीनों वर्गों को अपनी भूमिका थी
( i ) व्यवसायी वर्ग – यह पूँजीपति वर्ग था । इसके द्वारा उद्योग – धन्धों , कल – कारखानों की स्थापना किए जाने से शहरीकरण को बढ़ावा मिला । शहरों का आकार और आबादी इनके द्वारा स्थापित कल – कारखानों के अनुरूप होती थी । स्पष्टतः शहरीकरण की प्रक्रिया में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी ।
( ii ) मध्यम वर्ग – यह शिक्षित अथवा बुद्धिजीवी वर्ग था और इसके विभिन्न रूप थे । यथा वैज्ञानिक , शिक्षक , इंजीनियर , क्लर्क , वकील , चिकित्सक , लेखापाल आदि । कल – कारखानों के प्रबंधन से लेकर शहर के प्रबंधन तक का कार्य इसी वर्ग के हाथों में था । शहर का प्रशासन , शिक्षा , स्वास्थ्य आदि भी इन्हीं के हाथों में था ।
( iii ) श्रमिक वर्ग – शहरों में रोजगार के बेहतर अवसर को देख भूमिहीन कृषक वर्गों का भारी संख्या में शहरों की ओर पलायन हुआ । शहरों की जनसंख्या का सबसे बड़ा भाग इनका ही होता है ।