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Class 10 Economics V.V.I Subjective Questions & Answer Chapter - 6 वैश्वीकरण

Class 10 Economics V.V.I Subjective Questions & Answer Chapter – 6 वैश्वीकरण

                                                               

                                                                    (  2 – MARKS QUESTIONS  )

 

प्रश्न:1  वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं ? अथवा , वैश्वीकरण के प्रमुख दो अंगों की विवेचना कीजिए ।

उत्तर:- वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं , प्रौद्योगिकों पूँजी और श्रम या मानवीय पूँजी का भी निर्बाध प्रवाह हो । वैश्वीकरण के विभिन्न अंगों में निम्न दो प्रमुख अंग हैं

( i ) व्यवसाय एवं व्यापार सम्बन्धी अवरोधों की कमी – इसका अभिप्राय है कि विदेशी कम्पनियाँ भारतीय बाजार में अपनी वस्तुएँ एवं सेवाएँ बेच सकती हैं ।

( ii ) पूजी का निबांध प्रवाह – ऐसा वातावरण कायम करना जिससे विभिन्न देशों में पूँजी का प्रवाह स्वतंत्र रूप से हो सके ।

 

प्रश्न:2  विश्व व्यापार संगठन क्या है ? यह कब और क्यों स्थापित किया गया ?

उत्तर:-  विश्व व्यापार संगठन एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है । यह अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाने के लिए कार्य करती है । अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के नियमों को बनाना तथा उनके पालन हेतु यह संस्था कटिबद्ध है । इसकी स्थापना जनवरी 1995 ई . में की गयी । वर्ष 2006 ई . तक इसके सदस्य देशों की संख्या 149 थी ।

 

प्रश्न:3  निजीकरण से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर:-  निजीकरण का अर्थ , निजी क्षेत्र द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों पर पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्वामित्व प्राप्त करना तथा उनका प्रबंधन करना । भारत सरकार ने 1991 ई ० में आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत निजीकरण की नीति अपनायी ।

 

प्रश्न:4  उदारीकरण को परिभाषित करें ।

उत्तर:-  उदारीकरण का आशय व्यापार में सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों एवं प्रतिबन्धों को हटा लेने से है । इसमें परमिट , लाइसेंस कोटा आदि शामिल है

                 

                                                                  (  5 – MARKS QUESTIONS  )

 

प्रश्न:5  आर्थिक सुधारों या नई आर्थिक नीति की तीन विशेषताएँ लिखें ।

उत्तर:-  इसकी तीन विशेषताएँ इस प्रकार हैं

( i ) अर्थव्यवस्था का उदारीकरण इन सुधारों द्वारा अर्थव्यवस्था में विभिन्न प्रकार की सहुलियतें प्रदान की जाती हैं । जैसे – गृह ऋण , कृषि ऋण , उद्योग ऋण आदि प्रदान कर देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है ।

( ii) निजीकरण कई निजी उपक्रमों को सरकार ने प्रोत्साहन प्रदान किया है । इनमें देश की अधिकांश जनता सेवाएँ प्रदान कर रही हैं ।

( iii ) वैश्वीकरण वैश्वीकरण द्वारा विदेशी पूँजी का आयात काफी मात्रा में हो रहा है । इससे रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं । देश में कई विदेशी कंपनियों के दफ्तर खुले हैं । जिससे देश की आय में वृद्धि हुई है ।

 

प्रश्न:6 भारत में वैश्वीकरण के पक्ष में तर्क दें । अथवा , भारत में वैश्वीकरण का वर्णन करें ।

उत्तर:-  भारत में वैश्वीकरण के पक्ष में निम्नांकित तर्क दिए जा सकते हैं

( i ) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को प्रोत्साहन – वैश्वीकरण से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलता है । विकासशील राष्ट्र भारत को पूँजी की प्राप्ति होती है ।

( ii ) प्रतियोगी शक्ति में वृद्धि – वैश्वीकरण की नीति के कारण भारत की प्रतियोगी शक्ति में वृद्धि होगी । भारत की अर्थव्यवस्था में त्वरित विकास होगा ।

( iii ) नये प्रौद्योगिकी की प्राप्ति – भारत जैसे विकासशील देश को नये प्रौद्योगिकी की प्राप्ति से विकास की गति तीव्र होगी ।

( iv ) अच्छे उपभोक्ता वस्तुओं की प्राप्ति – भारतीयों को अच्छी गुणवत्ता वाली वस्तुएँ अपेक्षाकृत कम कीमत पर प्राप्त हो सकेंगी ।

( v ) नये बाजार तक पहुँच – वैश्वीकरण के कारण भारत के उत्पादों की पहुँच अन्य देशों तक हो सकेगा ।

 

प्रश्न:7  वैश्वीकरण का बिहार पर पड़े प्रभावों को बताएँ ।

उत्तर:-  बिहार पर वैश्वीकरण का सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही प्रकार के प्रभाव पड़े ।

( i ) सकारात्मक प्रभाव : कृषि उत्पादन में वृद्धि – वैश्वीकरण के बाद बिहार में कृषि उत्पादन में काफी वृद्धि हुई । यही कारण था कि 2009 एवं 2010 ई ० में वर्षा कम होने के बावजूद खाद्यान्न के प्रति सरकार आश्वस्त रही । वैश्वीकरण के कारण प्रान्त से निर्यात में काफी वृद्धि हुई । वैश्वीकरण के कारण यहाँ विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग हुआ है तथा कई प्रवासियों ने विनियोग में रुचि दिखायी है । इस अवधि में राज्य की कुल आय तथा प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है । वैश्वीकरण के पश्चात राज्य की निर्धनता में कमी आयी है ।

( ii ) नकारात्मक प्रभाव – कृषि आधारित उद्योगों की उपेक्षा , कुटीर एवं लघु उद्योगों पर विपरीत प्रभाव , रोजगार पर विपरीत प्रभाव , आधारभूत संरचना का कम विकास के कारण इस निवेश जैसी स्थितियाँ बनी हैं ।

 

प्रश्न:8  वैश्वीकरण का आम आदमी पर पड़े प्रभावों की चर्चा करें । अथवा , वैश्वीकरण को सम्भव बनाने वाले कारकों का वर्णन करें ।

उत्तर:-  आम आदमी समाज का ऐसा वर्ग समूह है जो मध्यम श्रेणी सुविधाओं से वंचित हैं , जो किसी तरह अपने जीविकोपार्जन द्वारा अपना जीवन यापन करते हैं । इनकी आय कम होती है । वैश्वीकरण का प्रभाव आम आदमी पर लाभकारी एवं हानिकारी दोनों ढंग से पड़ा ।

लाभकारी प्रभाव :

( i ) उपयोग के आधुनिक संसाधनों की उपलब्धता – उपयोग के आधुनिक संसाधनों की उपलब्धता आम लोगों को हुई । कई ब्राण्ड की वस्तुएँ उपलब्ध हो गयीं ।

( ii ) रोजगार की सम्भावना में वृद्धि – वैश्वीकरण ने औद्योगिक प्रसार को बढ़ाया । रोजगार के नए – नए क्षेत्र खुल गए ।

( iii ) आधुनिकतम तकनीक की उपलब्धता – वैश्वीकरण के फलस्वरूप देशों को नए एवं आधुनिकतम तकनीक उपलब्ध हो गया और लोगों को इसकी जानकारी होने लग गयी ।

हानिकारक प्रभाव :

( i ) वैश्वीकरण ने बेरोजगारी बढ़ाई है ।

( ii ) मनुष्य की कर्मठता में कमी आई है ।

( iii ) उपभोग की गलत आदतें विकसित हुई हैं ।

( iv ) समाज में भ्रष्टाचार बढ़ा है ।

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