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Class 10 Geography V.V.I Subjective Questions & Answer Chapter - 4 परिवहन , संचार एवं व्यापार

Class 10 Geography V.V.I Subjective Questions & Answer Chapter – 4 परिवहन , संचार एवं व्यापार

                                                                

 

                                                                (  2 – MARKS QUESTIONS  )

 

प्रश्न:1 वायु परिवहन की प्रमुख विशेषताओं को लिखें ।

उत्तर:-  वायु परिवहन की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं

( i ) यह सबसे महँगा परिवहन का साधन है ।

( ii ) इसके द्वारा तीव्रतम यात्रा सम्भव है ।

( iii ) इसके द्वारा आरामदायक यात्रा का लुत्फ मिलता है

( iv ) इस परिवहन में ट्रैफिक जाम की समस्या नहीं होती है ।

( v ) अन्य देशों में जाने के लिए दुर्गम स्थान एवं समुद्र की बाध्यता आड़े नहीं आती है ।

 

प्रश्न:2 भारत के लिए जलमार्ग का क्या महत्व है ?

उत्तर:-  भारत के लिए जलमार्ग का महत्व इस प्रकार है

( i ) भारत का विदेशी व्यापार जलमार्ग से होता है ।

( ii ) यह परिवहन का सर्वोत्तम सस्ता साधन है ।

( iii ) तटीय इलाके के लोग मछली मारकर अपनी आजीविका चलाते हैं ।

( iv ) तीन ओर समुद्र से घिरे होने के कारण भारत को प्रायद्वीप कहा

 

प्रश्न:3  भारत में कितने प्रकार की सड़कें हैं ? वर्णन करें ।

उत्तर:-  नागपुर सड़क योजना के द्वारा देश की सड़कों को चार प्रकारों में बाँटा गया है ।

( i ) राष्ट्रीय राजमार्ग – देश के विभिन्न भागों एवं प्रांतों को आपस में जोड़ने वाली सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग कहते हैं । राजमार्ग -7 देश का सबसे सामाजिक विज्ञान जाता है । लम्बा राजमार्ग है । राष्ट्रीय राजमार्ग के अन्तर्गत स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग , 109 पूरब – पश्चिम एवं उत्तर गलियारा , एक्सप्रेस वे आदि आते हैं । भारत में राजमार्ग की लम्बाई मात्र 2 प्रतिशत है ।

( ii ) राज्यमार्ग – राज्यों की राजधानियों को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़नेवाली सड़कें राज्यमार्ग कहलाती हैं । राज्यमार्ग की लम्बाई 4 प्रतिशत है ।

( iii )जिला सड़के-विभिन्न जिला मुख्यालयों एवं शहरों को जोड़नेवाली सड़कें जिला सड़क है । इसका हिस्सा 14 प्रतिशत है ।

( iv ) ग्रामीण सड़कें- विभिन्न गाँवों को आपस में जोड़ने वाली सड़कें ग्रामीण सड़के कहलाती हैं । यह कुल सड़कों का 80 प्रतिशत भाग है । इसके अलावे

( v ) सीमांत सड़के –1960 ई . में सीमा सड़क संगठन प्रभाव में आया । सीमावर्ती स्थानों पर देश की सुरक्षा एवं सैन्य अभियान हेतु निर्मित सड़कें सीमांत सड़के कहलाती हैं । इसकी देखभाल सीमा सड़क संगठन करता है ।

 

प्रश्न:4 भारतीय रेल परिवहन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें ।

उत्तर:-  भारतीय रेल परिवहन की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

( i ) भारतीय रेल प्रणाली एशिया में सबसे बड़ी तथा विश्व की तीसरी बड़ी रेल प्रणाली है ।

( ii ) 31 मार्च , 2007 ई .तक भारतीय रेल के पास 6909 स्टेशन , 8153 रेल इंजन , 45360 यात्री गाड़ियाँ एवं 1905 अन्य सवारी गाड़ियाँ उपलब्ध थीं।

( iii ) कोलकाता एवं दिल्ली में मेट्रो रेल के तहत भूमिगत रेल सेवा दी जा रही है ।

( iv ) ट्रेनों की दुर्घटना रोकने के लिए इंजनों में एसी डी . ( ACD ) की व्यवस्था की गई है ।

( v ) बड़े शहरों में दैनिक यात्रियों के आवागमन के लिए DMU , EMU एवं MEMU रेल सेवाएँ उपलब्ध हैं ।

( vi ) भारतीय रेल की सबसे अनोखी विशेषता ‘ जीवन रेखा ‘ का चलाया जाना है । 16 जुलाई , 1991 ई . से चलनेवाली यह रेलगाड़ी विश्व का पहला चलन्त अस्पताल है ।

               

 

                                                                 (  5  – MARKS QUESTIONS  )

 

प्रश्न:1  भारत में सड़कों के प्रादेशिक वितरण का वर्णन प्रस्तुत करें ।

उत्तर:- पक्की सड़कों की लम्बाई की दृष्टि से देश में महाराष्ट्र को पहला स्थान प्राप्त है । यहाँ 2.70 लाख किलोमीटर लम्बी पक्की सड़कें हैं । इसके बाद क्रम से उत्तर प्रदेश , उड़ीसा का दूसरा एवं तीसरा स्थान आता है । यहाँ इन सड़कों की लम्बाई क्रमश : 2.47 लाख एवं 2.36 लाख किलोमीटर है । पक्की सड़कों की सबसे कम लंबाई वाला राज्य लक्षद्वीप है । यहाँ मात्र 1 किलोमीटर पक्की सड़क है । सड़कों के घनत्व की दृष्टि से केरल प्रथम स्थान पर है । यहाँ प्रति 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर 389 किलोमीटर लम्बी सड़क है । गोवा और उड़ीसा क्रमश : 258 एवं 152 किलोमीटर लम्बी सड़कों के साथ दूसरे एवं तीसरे स्थान पर है । उत्तर भारत में सर्वाधिक घनत्व पंजाब में 122 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है । इसके बाद उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल का स्थान आता है । यहाँ घनत्व 103 एवं 102 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है । उत्तर पूर्वी राज्यों में इस दृष्टि से त्रिपुरा प्रथम एवं नागालैण्ड दूसरे स्थान पर आता है । यहाँ क्रमशः 134 एवं 127 किलोमीटर लम्बी सड़क प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है । केन्द्र शासित प्रदेशों में सर्वाधिक घनत्व चंडीगढ़ में 1176 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है । पूरे देश में सड़कों का सर्वाधिक घनत्व दिल्ली में 1738 किलोमीटर प्रति 100 वर्ग किलोमीटर है ।

                                     

प्रश्न:2  भारत में पाइपलाइन परिवहन का वर्णन कीजिए ।

उत्तर:-   भारत में विद्यमान पाइपलाइन परिवहन के प्रमुख नेटवर्क निम्नलिखित हैं

( i ) ऊपरी असम तेल क्षेत्र से लेकर कानपुर तक ( From oil fields in upper Assam to Kanpur ) – यह पाइपलाइन गुवाहाटी , बरौनी एवं इलाहाबाद से होकर गुजरती है । इस पाइपलाइन की शाखाएँ बरौनी से राजबंध होकर हल्दिया , राजबंध से गौरीग्राम तथा सिलीगुड़ी से गुवाहाटी तक फैली हुई है ।

( ii ) गुजरात में सलाया से लेकर पंजाब में जालंधर तक ( From Salaya in Gujarat to Jalandhar in Punjab ) – यह पाइपलाइन वीरनगाम , मथुरा , दिल्ली एवं पानीपत होती हुई जाती है । इसकी शाखाएँ कोयली , चाकशू और अन्य स्थानों को जोड़ती हैं ।

( iii ) गुजरात में हजीरा से लेकर उत्तर प्रदेश में जगदीशपुर तक गैस पाइपलाइन ( Gas Pipeline from Hajira in Gujarat to Jagadishpur in UP ) –  यह पाइपलाइन मध्य प्रदेश में विजयपुर होकर जाती है । इसकी शाखाएँ कोटा , शाहजहाँपुर तथा उत्तर प्रदेश के कई स्थानों को जाती हैं मुम्बई हाई और दक्षिण बेसिन भी पाइपलाइन से जुड़े हैं ।

( iv ) मुम्बई हाई और मुम्बई के बीच ।

( v ) मुम्बई और पूणे के बीच ।

 

निम्न पाइपलाइनों को बिछाने की योजना तैयार हो रही है-

( i ) कांडला – पानीपत ,

( ii ) कांडला – वीना ,

( iii ) मुम्बई मनमाड़ ,

( iv ) विशाखापटनम – विजयवाड़ा तथा

( v ) बंगलुरु होती हुई मेंगलूर से चेन्नई । इसी तरह ईरान से भारत तक पाइपलाइन बिछाने की योजना को स्वीकार किया जा चुका है । यह पाइपलाइन पाकिस्तान से होकर गुजरेगी ।

 

प्रश्न:3 भारत में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार की सड़कों का विस्तृत विवरण दीजिए । अथवा , भारत में कितनी तरह की सड़कें हैं ? वर्णन करें ।

उत्तर:-  भारत में विभिन्न प्रकार की सड़कें हैं । सड़कों को राष्ट्रीय महामार्ग , राजमार्ग , जिले के सड़कें , गाँव की सड़कें तथा सीमावर्ती सड़कों के रूप में बाँटा जा सकता है ।

 

इनका वर्णन इस प्रकार है

( क ) राष्ट्रीय राजमार्ग – राष्ट्रीय राजमार्ग देश के विभिन्न भागों , प्रांतों को आपस में जोड़ने का काम करते हैं । राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -7 देश का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग है । वाराणसी , जबलपुर , नागपुर , हैदराबाद , बंगलुरु एवं मदुरई होते हुए कन्याकुमारी तक यह राजमार्ग 2369 किलोमीटर की लम्बाई में फैली हुई है । इन राजमार्गों के निर्माण एवं देखभाल का दायित्व केन्द्र सरकार के ऊपर है । देश में कुल 228 राष्ट्रीय राजमार्ग हैं . जिनकी कुल लम्बाई 66590 किलोमीटर है । देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने व्यापक राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना शुरू की है , जो निम्न हैं

( i ) स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग- केन्द्र सरकार द्वारा भारत के चार प्रमुख महानगरों दिल्ली , मुंबई , चेन्नई एवं कोलकाता को जोड़नेवाली 6 लेन वाली लगभग 5846 किलोमीटर लम्बी सड़कों का निर्माण कार्य जारी है ।

( II ) पूरब – पश्चिम एवं उत्तर – दक्षिण गलियारा – पूरब में सिलचर , पश्चिम में पोरबन्दर , उत्तर में श्रीनगर तथा दक्षिण में कन्याकुमारी को जोड़नेवाली सड़क – गलियारों का निर्माण कार्य जारी है । पूरब – पश्चिम गलियारा की कुल लम्बाई 3640 किलोमीटर एवं उत्तर – दक्षिण गलियारा की कुल लंबाई 4016 किलोमीटर प्रस्तावित है

( iii ) एक्सप्रेस वे- अल्प समय में गंतव्य स्थानों तक पहुँचने के उद्देश्य से बननेवाली इन सड़कों पर गाड़ियों की गति काफी तेज होती है । इन पर चलनेवाली गाड़ियों को अतिरिक्त टोल – टैक्स देना पड़ता है । चार लेन वाली इन अत्याधुनिक सड़कों में कोलकाता – दमदम राजमार्ग , अहमदाबाद राजमार्ग , मुंबई पश्चिमी तटीय राजमार्ग शामिल हैं । मुंबई – पूणे राजमार्ग देश का पहला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का राजमार्ग है ।

( iv ) देश के 10 प्रमुख बन्दरगाहों को जोड़नेवाले 380 किलोमीटर लम्बे राष्ट्रीय राजमार्गों को चार लेन वाला बनाए जाने का प्रस्ताव है ।

( ख ) राज्य राजमार्ग – राज्य राजमार्ग राज्यों की राजधानियों को विभिन्न जिला मुख्यालयों से जोड़ने का काम करती है । इन सड़कों के निर्माण एवं देखभाल का दायित्व राज्य सरकारों पर है ।

( ग ) जिला सड़कें – जिला सड़कें राज्यों के विभिन्न जिला मुख्यालयों एवं शहरों को मिलाने का काम करती हैं । देश के कुल सड़कों में इनका हिस्सा 14 % है । इन सभी सड़कों के रख – रखाव की जिम्मेवारी राज्य सरकारों की है ।

( घ ) ग्रामीण सड़कें – ये सड़कें विभिन्न गाँवों को एक – दूसरे से जोड़ती हैं । इन सड़कों का विकास प्रधानमंत्री सड़क विस्तार योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है ।

( ङ ) सीमावर्ती सड़कें – ये अत्यंत महत्वपूर्ण सड़कें हैं । इनका निर्माण देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में किया जाता है । इनके निर्माण एवं देखरेख का दायित्व सीमा सड़क संगठन का है । युद्ध की स्थिति में इन सड़कों का महत्व तुलनात्मक रूप से काफी बढ़ जाता है ।

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