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Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 9 अनुवांशिकता एवं जैव विकास

Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 9 अनुवांशिकता एवं जैव विकास

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Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 9 अनुवांशिकता एवं जैव विकास

पृष्ठ 157

प्रश्न . यदि एकलक्षण-A’ अलैंगिक प्रजनन वाली समष्टि के 10 प्रतिशत सदस्यों में पाया जाता है तथा लक्षण-B उसी समष्टि में 60 प्रतिशत जीवों में पाया जाता है, तो कौनसा लक्षण पहले उत्पन होगा?

उत्तर :-लक्षण– B अलैंगिक प्रजनन वाली समष्टि में 60 प्रतिशत जीवों में पाया जाता है जोलक्षण-A प्रजनन वाली समब्टि से 50% अधिक है इसलिए लक्षण-B पहले उत्पन्न हुआ होगा।

 

प्रश्न 2. विभिन्तताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पीशीज्ञ की उत्तरजीविता की संभावनाक्यों बढ़ जाती है?

उत्तर :-विभिन्नताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पीशीज़ञ की उत्तरजीविता की संभावना बढ़जाती है। प्राकृतिक चयन ही किसी स्पीशीज्ञ की उत्तरजीविता का आधार बनता हैजो वातावरण में घटित होता है समय के साथ उनमें जो प्रगति की प्रवृत्ति दिखाईदेती है उसके साथ उन के शारीरिक अधिकल्प में जटिलता की वृद्धि भी हो जातीहै। ऊष्णता को सहन करने की क्षमता वाले जीवाणुओं की अधिक गर्मी में बचनेकी संभावना अधिक होती है। पर्यावरण दूवारा उत्तम परिवर्तन का चयन जैवविकास प्रक्रम का आधार बनता है। विभिन्ताएँ प्राकृतिक वरण में सहायता देती हैंऔर विपरीत परिस्थितियों से जूझने में सहायक होती हैं ये अनुकूलन को बढ़ावादेती हैं।

 

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प्रश्न . मेंडल के प्रयोगों दवारा कैसे पता चला कि लक्षण (Traits) प्रभावी अथवा अप्रभावी होते हैं?

उत्तर :-जब मेंडल ने मटर के लंबे पौधे और बौने पौधे का संकरण कराया तो उसे प्रथम संतति पीढ़ी F1 में सभी पौधे लंबे प्राप्त हुए

थे। इसका अर्थ था कि दो लक्षणों में से केवल एक पैतृक लक्षण ही दिखाई दिया। उन दोनों का मिश्रित प्रमाण दिखाई नहीं दिया। उसने पैतृक पौधों और F1 पीढ़ी के पौधों को स्वपरागण से उगाया। इस दूसरी पीढ़ी F2  में सभी पौधे लंबे नहीं थे। इस में एक चौथाई पौधे बौने थे। मेंडल ने लंबे पौधों के लक्षण को प्रभावी और बौने पौधों के लक्षण को अप्रभावी कहा।

 

प्रश्न 2. मेंडल के प्रयोगों से कैसे पता चला कि विभिन् विकल्पी लक्षण स्वतंत्र रूप से बंशानुगति करते हैं?

उत्तर :-मेंडल ने दो विभिन् विकल्पों, लक्षणों वाले मटर के पौधों का चयन कर उनसे पौधे उगाए थे। लंबे पौधे तथा बौने पौधे का संकरण करा कर प्राप्त संतति में लंबे एवं बौने पौधों की गणना की। प्रथम संततति पीढ़ी (F) में कोई पौधा बीच की ऊंचाई का नहीं था। सभी पौधे लंबे थे। दो लक्षणों में से केवल एक पैतृक लक्षण ही दिखाई दिया था लेकिन दूसरी पीढ़ी (F2) में सभी पौधे लंबे नहीं थे बल्कि उनमें से एक चौथाई बौने पौधे थे। इस से स्पष्ट हुआ कि किसी भी लक्षण के दोविकल्प लैंगिक जनन दूवारा उत्पन्न होने वाले जीवों में किसी भी लक्षण के दोविकल्प की स्वतंत्र रूप से वंशानुगति होती है।

 

प्रश्न 3. एक A- रुधिर वर्ग वाला पुरुष एक स्त्री जिस का रुधिर वर्ग O सेविवाह करता है। उनकी पुत्री का रुधिर वर्ग O है। क्या यह सूचना पर्याप्तहै। यदि आप से कहा जाए कि कौनसा विकल्प लक्षणरुधिर वर्ग A अथवा O प्रभावी लक्षण है। अपने उत्तर का स्पष्टीकरण दीजिए।

उत्तर :-रुधिर समूह O प्रभावी लक्षण है क्योंकि वह F-I पीढ़ी में रुधिर समूह ‘O’प्रकट हुआ है। यह सूचना प्रभावी और प्रभावी लक्षण को प्रकट करने के लिएपर्याप्त है।

रूघिर वर्ग-A (प्रतिजन-A) के लिए जीन प्रभावी हैं और जीन प्रारूप IA IA या IAi है। स्त्री का रूघिर वर्ग O है इसलिए उसका जीन प्रारूप ii समयुग्मी है।पुत्री के रूघिर वर्ग ‘O’ को क्रास से इस प्रकार दिखाया जा सकता है




रूचिर वर्ग O उसी स्थिति में होता है जब रक्त में प्रतिजन A और प्रतिजन B नहीं होता।

 

प्रश्न 4. मानव में बच्चे का लिंग निर्धारण कैसे होता है?

उत्तर :-मानवों में लिंग का निर्धारण विशेष लिंग गुण सूत्रों के आधार पर होता है। नर में XY गुण सूत्र होते हैं और मादा में XX गुण सूत्र विद्यमान होते हैं इससे स्पष्ट है कि मादा के पास गुण सूत्र होता ही नहीं है। जब नरमादा के संयोग से संतान उत्पन्न होती है तो मादा किसी भी अवस्था में नर शिशु को उत्पन्न करने में समर्थ हो ही नहीं सकती क्योंकि नर शिशु में XY गुण सूत्र होने चाहिएँ।




निषेचन क्रिया में यदिचुरुष का X लिंग गुण सूत्रस्त्री के X लिंग गुणसूतरसे मिलता है तो इससे XX जोड़ा बनेगा अतःसंतान लड़की के रूप मेंहोगी लेकिन जब पुरुषका Y लिंग गुण सूत्र स्त्रीके X लिंग गुण सूत्र सेमिलकर निषेचन करेगालो XY बनेगा। इससेलड़के का जन्म होगा।किसी भी पश्ार में लड़केया लड़की का जन्म पुरुषके गुण सूत्रों पर निर्भरकरता है क्योंकि Y गुणसूत्र तो केवल उसी केपास होता है।



 


पृष्ठ 165

प्रश्न 1. बे कौनसे विभिन् तरीके हैं जिनके द्वारा विशेष लक्षण वाले व्यप्टि जीवों की संख्या समच्टि में बढ़ सकती है?

उत्तर :- यदि जनसंख्या में परिवर्तन उत्पन होते हैं और वे परिवर्तन व्यष्टि की सुरक्षा एवं पोषण के प्रति अनुकूल प्राकृतिक अवस्थाएँ उपस्थित करते हैं तो विशेष लक्षण बाले व्यप्टि जीवों की संख्या समक्टि में बढ़ सकती है प्राकृतिक प्रभेद चयन और आनुवंशिक अनुकूलता इस कार्य में विशेष सहयोग प्रदान करते हैं।

 

प्रश्न 2. एक एकल जीव द्वारा उपार्जित लक्षण सामान्यतः अगली पीढ़ी में वंशानुगत नहीं होते। क्यों ?

उत्तर :- एक एकल जीब द्वारा उपार्जित लक्षण उसकी जतन कोशिकाओं की जीन पर प्रभाव नहीं डालते इसलिए वे सामान्यत: अगली पीढ़ी में बंशानुगत नहीं होते।

 

प्रश्न. 3 बाघों की संख्या में कमी आनुवंशिकता के दृष्टिकोण से चिंता का विषय क्यों है?

उत्तर :- बायों में आतुरवोशक विभिनता लगभग नहीं के बराबर हैं। यदि अत्यंत तेजी से बदलती पर्यावरणीय स्थितियों में परिवर्तन नहीं आया तो वे सब नाटकोय रूप से समाप्त हो जाएंगे। उदादरण के लिएयदि किसी बाघ में किसी भयानक रोग का संक्रमण हो जाए तो सभी बाघ उसी से मर जाएँगे क्योंकि संक्रमण उन की जौन कौ आवृत्ति को प्रभावित करेगा। बाघों को निरंतर बटती संख्या भी यही संकेत कर रही है कि पर्यावरण में आया परिवर्तन उनके लिए अनुकूल नहीं रहा है और वे शायद शीघ्र ही समाप्त हो जाएं।

 

पृष्ठ 166

प्रश्न 1. वे कौनसे कारक हैं जो नई स्पीशीज़ञ के उद्भव में सहायक हैं ?

उत्तर :-हमें प्राकृतिक पर्यावरण के लिए उपयोगी और आवश्यक विभिन्नता भौगोलिक रूप से समप्टियों का अलगथलग होना, बिलग हुई सम्ियं में प्राकृतिक चयन और आनुवंशिक विचलन नई स्पौशील के उद्भव में सहायक है।

 

प्रश्न 2. क्या भौगोलिक पृथक्करण स्वपरागित स्पीशीज् के पौधों के जातिउदभव का प्रमुख कारण होगा? क्यों या क्यों नहीं?

उत्तर :-हाँ। विभिनत भौगोलिक स्थितियों के कारण विभिन्न पौधों में भी भिनतताएँ होंगी। लक्षण दो प्रकार के होते हैंजननकीय लक्षण और पर्योवरणीय लक्षण स्वपरागित प्रजाति की जौन संरचना में कोई परिवर्तन होने के कारण विभिन्नताएँ उत्पन्न नहीं होतीं पर पर्यावरणीय लक्षणों के कारण ये स्वयं को एक जाति के रूप में स्थापित कर लेती हैं।

 

प्रश्न 3 क्या भौगोलिक पृथक्करण अलैंगिक जनन वाले जीवों के जातिउद्भव का प्रमुख कारक हो सकता है? क्यों अथवा क्यों नहीं ?

उत्तर :-नहीं। अलैंगिक जनन वाले जीवों में पीढ़ियों तक विभिनता उत्पन नहीं होती। भौगोलिक पृथक्करण से अनेक पीढ़ियों तक उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि अति न्यून विभिन्नताएँ स्पौशील के लिए पर्याप्त नहीं हॉँगी।

 

पृष्ठ 171

प्रश्न 1. उन अभिलक्षणों का एक उदाहरण दीजिए जिनका उपयोग हम दो स्पीशीज़ के विकासीय संबंध निर्धारण के लिए करते हैं?

उत्तर :-पक्षी, मेंडक, छिपकली, घोड़ा और मानव में चार पाद हैं और उन सभी कीआधारभूत संरचना एक समान है चाहे वे सब प्राणी इन से अलगअलग काम लेते हैं। ऐसे समजात अभिलक्षणों से भिन्न दिखाई देने वाली अलगअलग स्पीशीज् के बीच विकासीय संबंध का निर्धारण करते हैं।

 

प्रश्न 2. क्या एक तितली और चमगादड़ के पंखों को समजात अंग कहा जा सकता है? क्यों अथवा क्यों नहीं?

उत्तर :-तितली और चमगादड़ दोनों जीवों के पंख उड़ने का काम करते हैं पर इन्हेंसमजात अंग नहीं कहा जा सकता क्योंकि इन के पंखों की मूल रचना औरउत्पत्ति एक समान नहीं होती चाहे इनके कार्य एक समान होते हैं। ये इनके समवूत्ति अंग हैं।

 

प्रश्न 3. जीवाश्म क्या हैं? वह जैवविकास प्रक़म के विषय में क्या दर्शाता है?

उत्तर :-जीवों के चट्टानों में दबे अवशेषों को जीवाश्म कहते हैं। युगों पहले जिन जीवों का अपघटन नहीं हो सका था वे मिट्टी में मिल गए थे। उनके शरीर की छापगीली मिट्टी पर रह गई थी और वह मिट्टी बाद में चट्टान में बदल गई थी।जीवाश्म पौधों या जंतुओं के अवशेष हैं। जीवाश्म परतदार चट्टानों के निर्माण के समय बने थे। नदियों के दूवारा दूरदूर से लाई गई मिट्टी इन पर जमती चली गई। जीवाश्म समुद्र में सबसे पहले बने होंगे। लगभग 0 करोड़ वर्ष पहले समुद्र के तल पर अकशेरूकी जीव मृत्यु के पश्चात्वे रेत के नीचे दब गए होंगे जो दाब के कारण चट्टान बन गई होंगी। कुछ मिलियन वर्ष बाद डायनासॉर और फिर अन्य जीव मर कर मिट्टी में दब गए होंगे जो पहले वाले अकशेरूकी जीवाश्मबाली चट्यान के ऊपर बनी थी। अब जब गहराई तक खोदते हैं तो जीवाश्म मिलने आरंभ हो जाते हैं इन से ज्ञात होता है कि विभिन् स्पीशीज़ और वर्ग एकदूसरे के निकटतम या दूर के संबंधी हैं। अनेक जीव, जो पहले थे, अब उन का अस्तित्व नहीं रहा। वर्तमान समय में पाए जाने वाले सभी जीव पहले अस्तित्व में नहीं आए थे। इनसे निम्नलिखित जानकारियां प्राप्त होती हैं

I. आज पाए जाने वाले जीवजंतुओं से पुरातन काल में पाए जाने वाले जीवजंतु बहुत भिन्न थे।

II. पक्षियों का विकास सरीसूपों से हुआ।

III. टैरिडोफाइट और जिम्नोस्पर्म से ऐन्जियोस्पर्म विकसित हुए।

IV, सरल जीवों से ही जटिल जीवों का विकास हुआ।

V. विभिन् पौधों और जंतुओं के वर्गों के विकास क्रम का पता चलता है।

VI. मानव विकास की प्रक्रिया का पता चलता है।

 

पृष्ठ 173

प्रश्न 1. क्या कारण है कि आकृति, आकार, रेंगरूप में इतने भिन्न दिखाई पड़नेबाले मानव एक ही स्पीशीज़ के सदस्य हैं?

उत्तर :-विभिन् स्थानों पर मिलने वाले मानवों की आकृति, आकार, रंगरूप में भिन्नता वास्तव में आभासी है। इनकी भिन्नता का जैविक आधार तो है पर सभी मानवएक ही स्पीशीज़ के सदस्य हैं। उनमें किसी प्रकार का आनुवंशिक विचलन नहीं है। आनुवंशिक विचलन ही किसी स्पीशीज़ को दूसरे से भिन्न करता है।

 

प्रश्न 2. विकास के आधार पर क्या आप बता सकते हैं कि जीवाणु, मकड़ी, मछली तथा चिम्पैंज़ी में किस का शारीरिक अधिकल्प उत्तम है? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-जब प्रृथ्वी पर जीवन का विकास हुआ था तब जीवाणु सबसे पहले बनने वाले जीव थे। युगों बाद वे अभी भी अपना अस्तित्व कायम रखे हुए हैं। उन्होंने पर्यावरण में आने वाले सभी परिवर्तनों को सफलतापूर्वक झेला है और उनके अनुसार अनुकूलनकिया है इसलिए वे विस्तार के आधार पर पूर्ण रूप से सफल और समर्थ हैं। इसी प्रकार मकड़ी, मछली तथा चिंपैंज़ी ने भी अपनेअपने जीवन को विपरीत परिस्थितियों में ढालने के लिए अनुकूलन किया है। इसलिए सभी का शारीरिक अधिकल्प उत्तम है। किसी को भी शारीरिक अधिकल्प निकृष्ट नहीं कहा जा सकता।

 

NCERT अभ्यास प्रश्नुत्तर

प्रश्न 1. मेंडल के एक प्रयोग में लंबे मटर के पौधे जिनके बैंगनी पुष्प थे, का संकरण बौने पौधों जिनके सफ़ेद पुष्प थे, से कराया गया। इनकी संतति के सभी पौधों में पुष्प बैंगनी रंग के थे। परंतु आधेआधे बौने थे। इससे कहा जा सकता है, लंबे जनक पौधों की आनुवंशिक रचना निम्न थी

(a) TTWW

(b) TTww

(c) TtWW

(d) TtWw

उत्तर :- (c)

 

प्रश्न 2. समजात अंगों के उदाहरण हैं

(a) हमारा हाथ तथा कुत्ते के अग्रपाद

(b) हमारे दाँत तथा हाथी के दाँत

(c) आलू एवं घास के उपरिभूस्तारी

(d) उपरोक्त सभी।

उत्तर :- (a)

 

प्रश्न 3. विकासीय दृष्टिकोण से हमारी किस से अधिक समानता है ?

(A) चीन के विद्यार्थी

(b) चिंपैंज़ी

(c) मकड़ी

(d) जीवाणु।

उत्तर :- (a)

 

प्रश्न 4. एक अध्ययन से पता चला कि हल्के रंग की आँखों वाले बच्चे के जनक(मातापिता ) की आँखें भी हल्के रंग की होती हैं। इसके आधार पर कयाहम कह सकते हैं कि आँखों के हल्के रंग का लक्षण प्रभावी है अथवा

अप्रभावी ? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-सभी बच्चों में अपने मातापिता के लक्षण प्रकट होते हैं मातापिता से हल्के रंगकी आँखों का बच्चों में जाना सहज स्वाभाविक है। इस अवस्था में तो आँखोंके हल्के रंग का लक्षण प्रभावी है पर इसे हर बच्चे की अवस्था में प्रभावी नहींकह सकते यह अप्रभावी भी हो सकता है।

 

प्रश्न 5. जैवविकास तथा वर्गीकरण का अध्ययन आपस में किस प्रकार अंतर्सबंधितहै?

उत्तर :-जीवों में वर्गीकरण का अध्ययन उन में विद्यमान समानताओं और भेदों केआधार पर किया जाता है। उन में समानता इसलिए प्रकट होती है कि वे किसीसमान पूर्वज से उत्पन हुए हैं और उन में भिन्नता विभिन्न प्रकार के पर्यावरणोंमें की जाने वाली अनुकूलता के कारण से है। उनमें बढ़ती जटिलता को जैवविकास के उत्तरोत्तर क्रमिक आधार पर स्थापित कर अंतर्सबंधों का ज्ञान प्राप्तकिया जा सकता है।

 

प्रश्न 6.समजात अंग एवं सपरूप अंगों को उदाहरण देकर सपझाइए।

उत्तर :-समजात अंगपौधों और प्राणियों के वे अंग जिनकी आधारभूत रचना एकसमान होती है पर उनके कार्य भिन्नभिन्न होते हैं, उन्हें समजात अंग कहते हैं।

जैसेपक्षियों के पंख, मनुष्य की भुजाएं, कुत्ते की अगली यांगें, मेंढक के अग्रपाद, गाय, घोड़े आदि के अग्रपाद। ये सभी अंग रचना के आधार पर एक समान हैं पर इनका जीबों में कार्य अलगअलग है।

समवृत्त अंगजीवों के वे अंग जो देखने मेंएक समान हों, पर उनकी रचना और कार्य भिन्भिन्न हों, उन्हें समवृत्ति अंग कहते हैं; जैसे कीटों के पंख, पक्षियों के पंख, चमगादड़ के पंख। इन सभी जीवों में पंख देखने में

एकसमान दिखाई देते हैं, परंतु उनकी रचना और कार्य भिन्न हैं। मटर, अंगूर आदि पौधों में प्रतान भी इसी के उदाहरण हैं



प्रश्न 7. कुत्ते की खाल का प्रभावी रंग ज्ञात करने के उददेश्य से एक प्रोजेक्ट बनाइए।

उत्तर :-काले रंग के नर और सफ़ेद रंग की मादा के संयोग से उत्पल यदि सारे पिल्ले काले रंग के हों तो कुत्ते की खाल का प्रभावी रंग काला ही होगा। तीन कुत्ते काले और एक कुत्ता सफेद होगा। यह दर्शाता है कि काला रंग प्रभावी रंग है। कुत्नों के अलगअलग रंगों का कारण अविकल्पी जीनों की आपसी क्रिया के कारण होता है जिसमें F2 अनुपात 1 : 2 : 1 होता है। इसलिए शुद्ध नस्लों के बीच संकरण कराए बिना किसी सहीसटौक निर्णय तक नहीं पहुंचा जा सकता।



प्रश्न 8. विकासीय संबंध स्थापित करने में जीवाश्म का क्या महत्त्व है?

उत्तर :-विकासीय संबंध स्थापित करने में जीवाइ्म अति महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।युगों पहले जो जीव ऐसे वातावरण में चले गए थे जहां उनका पूरा अपघटन नहीं  हुआ था तो उन के शरीर की छाप चट्टानों पर सुरक्षित रह गई। वे पररक्षितजीवार्म ही जीवाश्म कहलाते हैं। जब जीवारमों की खुदाई से प्राप्ति की जाती है तो उनकी प्राप्ति की गहराई से पता लग जाता है कि वह लगभग कितना पुराना है।फॉसिल डेटिंगइस काम में सहायक सिद्ध होती है। जो जीवाश्म जितनी अधिक गहराई से प्राप्त होगा वह उतना ही पुराना होगा। लगभग 10 करोड़ वर्ष पहले समुद्र तल में अकशेरुकी जीवों के जो जीवाश्म प्राप्त होते हैं वे सब से पुराने हैं। इस के कुछ मिलियन वर्ष बाद जब डायनोसॉर मरे तो उनके जीवाश्म अकशेरुकी जीवों के जीवाश्मों से ऊपरी सतह में बने इसके कुछ मिलियन वर्ष बाद जब घोड़े के समान जीव जीवास्मों में बदले तो उन्हें डायनोसॉंगों के जीवाश्मों से ऊपर स्थान मिला। इसी से उनका विकासीय संबंध स्थापित होता है।



9. किन प्रमाणों के आधार पर हम कह सकते हैं कि जीवन की उत्पत्ति पदार्थों से हुई है?

उत्तर :-विभिन्न जातियों के विकासीय संबंधों का अध्ययन यही दर्शाता है कि जीवन की उत्पत्ति एक ही जाति से हुई है। एक जिटिश वैज्ञानिक जे० बी० एस० हाल्डेन ने सब से पहली बार सुझाव दिया था कि जीवों की उत्पत्ति उन अजैविक पदार्थों से हुई होगी जो पृथ्वी की उत्पत्ति के समय बने थे। सन्‌ 1953 में स्टेनल एल० मिलर और हेराल्ड सी० डरे ने ऐसे कृत्रिम बाताबरण का निर्माण किया था जो प्राचीन वातावरण के समान था। इस वातावरण में ऑक्सीजन नहीं थी। इसमें अमोतिया, मौथेन और हाइड्रोजन सल्फाइड थे। उस में एक पात्र में जल भी था जिस का

तापमान 100 से कम रखा गया था। जब गैसों के मिश्रण से चिंगार्याँ उत्प की गई जो आकाशीय बिजलियों के समान थीं। मीथेन से 5% कार्बन सरल कार्बनिक यौगिक यौगिकों में बदल गए। इनमें एमीनो अम्ल भी संश्लेषित हुए जो प्रोटीन के अणुओं का निर्माण करते हैं इसी आधार पर कह सकते हैं कि जीवन की उत्पत्ति अजैविक पदार्थों से हुई है।

 

प्रश्न 10. अलैंगिक जनन की अपेक्षा लैंगक जनन दूवारा उत्पन विभिनताएँ अधिक स्थायी होती हैं, व्याख्या कीजिए। यह लैंगिक प्रजनन करने वाले जीवों के विकास को किस प्रकार प्रभावित करता है?

उत्तर :-अलैंगिक जनन की अपेक्षा लैंगिक जनन दूबारा उत्पन्न बिभिननताएँ अधिक स्थाई होती हैं। अलैंगिक जनन एक ही जीव से होने के कारण केवल उसी के गुण उसकी संतान में जाते हैं और वे बिना परिवर्तन हुए पीढ़ी दर पीढ़ी समान ही रहते हैं। लैंगक जनन नर और मादा के युग्मकों के संयोग से होता है जिनमें भिलभिन्न जीन होने के कारण संकरण के समय विभिन्नता वाली संतान उत्पन होतीहै। उदाहरण के लिए सभी मानव चुगों पहले अफ्रीका मैं उत्पन हुए थे पर जब उनमें से अनेक ने अफ्रीका छोड़ दिया और धीरेधीरे सारे संसार में फैल गए तो लैंगिक जनन से उत्पनन विभिननताओं के कारण उनकी त्वचा का रंग, कद, आकार आदि में परिवर्तन गया। प्रभावित करने के कारण/आधार

I. लैंगिक जनन में DNA की प्रतिकृति में हुई जुटियों के कारण विभिन्नताएंउत्पल हो जाती हैं।

II. नर और मादा के क्रॉसिंग ओवर के समय समजात गुणसूत्रों के समान भाग आपस में बदल जारे हैं।

III. संतान को अपने मातापिता से बग़ाबर आनुवंशिक पदार्थ प्राप्त होता है जिसमें जीन परस्पर क्रिया कर अनेक नए विकल्पों को जन्म दे सकती है।

IV. संतान के लिंग और बिभिननताएं सदा इस संयोग पर निर्भर करती हैं कि मातापिता का कौनसा मादा युग्मक नर शुक्राणु के साथ संयोजित होगा।

 

प्रश्न 11. संततति में नर एवं मादा जनकों दूवारा आनुवंशिक योगदान में बरावर की भागीदारी किस प्रकार सुनिश्चित की जाती है?

उत्तर :-प्रत्येक कोशिका में गुणसूत्रों का एक जोड़ा होता हैएक नर से और दूसरा मादा से जब युग्मक बनते हैं तो गुणसूत्रों के जोड़े से आधेआधे गुणसूत्र उसे प्राप्त होते हैं। युग्मकों के संलयन से गुणसूत्र फिर से मिल जाते हैं इसलिए, संतत्ति में नर एवं मादा जनकों दूवारा आनुवांशिक योगदान में बराबर की भागीदारी होती है।

उदाहरणमनुष्य में 23 जोड़े अर्थात्‌ 46 गुण सूत्र पाए जाते हैं इनमें से 22 जोड़े अलिंगी गुण सूत्र और 23वां जोड़ा लिंगी गुण सूत्र कहलाता है। नर में गुण सूत्र और मादा में शार गुण सूत्र होते हैं प्रजनन कोशिका के निरंतर विभाजन से ही जनन संभव हो पाता है। जब लैंगिक जनन की प्रक्रिय में संततति की रचना होती है तब नर और मादा उसे समान रूप से आनुवंशिक पदार्थ प्रदान करते हैं। इसी कारण संतति में नर और मादा जनकों दूवारा आनुवंशिक योगदान में बराबर की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।

 

प्रश्न 12. केवल वे विभिन्नताएँ जो किसी एकल जीव व्यष्टि के लिए उपयोगी होती हैं, समष्टि में अपना अस्तित्व बनाए रखती हैं। क्या आप इस कथन से सहमत हैं ? क्यों एवं क्यों नहीं ?

उत्तर :-हाँ, लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप जीव में अनेक प्रकार की विभिन्नताएँ उत्पन होती हैं लेकिन वे सारी विभिन्नताएँ अपना अस्तित्व बनाकर नहीं रख पाती जीव सामाजिक व्यवहार के कारण उन विभिन्नताओं में अंतर जाता है। यह संभव है कि सामाजिक जीव चींटी के अस्तित्व को उसकी विभिन्नता प्रभावित करे और वह जीवित रह पाए लेकिन बाघ जैसे प्राणी के अस्तित्व को संभवत: वह प्रभावित करे और उस का अस्तित्व बना रहे।

 

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.आनुबंशिक पदार्थ का विनिमय कब होता है?

(a) कायिक जनन के दौरान

(b) अलैंगिक जनन के दौरान

(c) लैंगिक जनन के दौरान

(d) सुकुलन के दौरान

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 2. गुलाबी रंग के दो पुष्पों के बीच संकरण कराए जाने पर लाल रंग की, 2गुलाबी रंग की और 7 सफेद रंग की संततति उत्पल हुई। इस संकरण कास्वरूप क्या होगा?

(a) दोहरा निषेचन

(b) स्वपरागण

(c) परनिषेचन

(c) कोई निषेचन नहीं

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 3. मटर के एक लंबे पौधे (7) और एक बौने पौधे के बीच संकरण कराए.जाने पर जो संतति उत्पन हुई उसके सभी पौधे लंबे थे क्योंकि :

(a) लंबा होना प्रभावी विशेषक है

(b) बौना होना प्रभावी विशेषक है

(c) बौना होना अप्रभावी विशेषक है.

(d) मटर के पौधे की ऊँचाई का नियंत्रण “” अथवा “‘ जीन से नहीं होता

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 4. निम्नलिखित में से कौनसा कथन सही नहीं है.

(a) प्रत्येक हार्मोन के लिए एक जीव होता है

(b) प्रत्येक प्रोटीन के लिए एक जीव होता है

(c) प्रत्येक एंजाइम के उत्पादन के लिए एक जीन होता है

(d) वसा के प्रत्येक अणु के लिए एक जीन होता है

Ans :- ( d )

 

प्रश्न 5. यदि मटर के एक गोल तथा हरे रंग के बीज वाले पौधे (RR yy) और झुरीदार तथा पीले रंग के बीज वाले पौधे (rr YY) में संकरण कराया जाए जो F, के बीज कैसे होंगे?

(a) गोल और पीले

(b) गोल और हरे

(c) झुरींदार और हरे

(d) झुरींदार और पीले

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 6. मानव नरों में एक गुणसूत्र को छोड़कर सभी गुणसूत्र पूर्ण जोड़ों में हैं। ये अपूर्ण जोड़े वाला/वाले गुणसूत्र कौनसा (कौनसे) है (हैं)?

(1) बड़ा गुणसूत्र

(iii) Y-गुणसूत्र

(ii) छोटा गुणसूत्र

(iv) X-गुणसूत्र

(a) (1) और (ii)

(b) केवल (iii)

(c) (iii) और (iv)

(d) (ii) और (iv)

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 7. बच्चे के नरत्व का निर्धारण होता है

(a) युग्ममनज में X गुणसूत्र से

(b) युग्मनज में Y गुणसूत्र से

(c) लिंग का निर्धारण करने वाली जननकोशिका के कोशिकाद्रव्य से

(d) बच्चे के लिंग का निर्धारण यादृच्छिक रूप से होता है

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 8. एक युग्मनज से, जिसमें पिता से वंशागत किया गया एक X-गुणसूत्र है,किस प्रकार का बच्चा बनेगा?

(a) लड़का

(b) लड़की

(c) X-गुणसूत्र से बच्चे के लिंग का निर्धारण नहीं होता।

(d) लड़का और दोनों लड़की

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 9. गलत कथन चुनिए

(a) एक समष्टि में लगातार कई पीढ़ियों तक कुछेक जीनों की प्रायिकता में

परिवर्तन से विकास होता है

(b) भुखमरी के कारण जीव के भार में कमी का आनुवंशिक रूप से नियंत्रण किया

जा सकता है

(c) दुबलेपतले जनकों की संतति अधिक भार वाली हो सकती है

(d) कई पीढ़ियों तक जिन विशेषकों की वंशागति नहीं होती उनसे विकास नहीं होता

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 10. नयी स्पीशीज का निर्माण हो सकता है जब

(i) जनन कोशिकाओं के DNA में महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हैं

(ii) युग्मक के गुणसूत्रों की संख्या में परिवर्तन जाता है

(iii) आनुवंशिक पदार्थ में कोई परिवर्तन नहीं होता

(iv) जनकों में परस्पर मैथुन नहीं होता

(a) (i) और (ii)

(b) (i) और (iii)

(c) (ii), (iii) और (iv)

(d) (i), (ii) और (iii)

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 11. मटर के दो पौधों से, जिनमें एक गोल और हरे बीज वाला (RRyy) था और दूसरा झुरींदार और पीले बीज वाला (YY) था, जब F, पीढ़ी उत्पन्न हुई, तब उसके बीज गोल और पीले रंग के बने। F, पीढ़ी के पौधों के बीच बनेगें। स्वसंकरण कराए जाने पर F, पीढ़ी के पौधों के बीजों में लक्षणों के कुछ नए समुच्चय बने। निम्नलिखित में से नए समुच्चयों को चुनिए। गोल, पीले

(iii) झुर्सदार, पीले

(ii) गोल, हरे

(iv) झुरींदार, हरे

(a) (i) और (ii)

(b) (i) और (iv)

(c) (ii) और (iii)

(d) (i) और (iii)

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 12. सब्जी की एक टोकरी में गाजर, आलू, मूली और टमाटर रखे हैं। बताइए कि इनमें से कौनसी सब्जियाँ सही समजात संरचनाओं का प्रतिनिधित्व करती है?

(a) गाजर और आलू

(b) गाजर और टमाटर

(c) मूली और गाजर

(d) मूली और आलू

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 13. सही कथन चुनिए :

(a) मटर के पौधे का प्रतान और नागफनी का पर्णाभ वृंत समजात अंग हैं।

(b) मटर के पौधे का प्रतान और नागफनी का पर्णाभ वृत समवृत्ति अंग हैं।

(c) पक्षियों के पंख और छिपकलियों के पाद समवृत्ति अंग हैं।

(d) पक्षियों के पंख और चमगादड़ के पंख समजात अंग हैं।

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 14. यदि किसी जीव का जीवाश्म पृथ्वी की अपेक्षाकृत गहरी परतों से प्राप्त हुआ है, तब हम भविष्यवाणी कर सकते हैं कि

(a) जीव का विलोप हाल ही केकुछवर्षों मेंहुआहै।

(b) जीव का विलोप हजारों वर्ष पूर्व हुआ है।

(c) पृथ्वी की परतों में जीवाश्म की स्थिति का जीव के विलुप्त होने की अवधि सेकोई संबंध नहीं है।

(d) विलुप्त होने की अवधि का निर्धारण नहीं किया जा सकता।

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 15. विविधता के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौनसा कथन सही नहीं है?

(a) किसी स्पीशीज की सभी विविधताओं के बने रहने की संभावना समान होती है।

(b) आनुवंशिक संगठन में परिवर्तनों के कारण विविधता जाती है।

(c) पर्यावरणपरक कारकों द्वारा परिवर्तनों का वरण विकास की प्रक्रियाओं काआधार बनता है।

(d) अलैंगिक जनन से विविधता की संभावना सबसे कम होती है।

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 16. किसी जीव के विशेषक पर किसका प्रभाव पड़ता है?

(a) केवल पैतृक DNA का

(b) केवल मातृक DNA का

(c) मातृक और पैतृक दोनों के DNA का

(d) ना तो मातृक DNA का और ना ही पैतृक DNA काआधार बनता है।

(d) अलैंगिक जनन से विविधता की संभावना सबसे कम होती है।

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 16. किसी जीव के विशेषक पर किसका प्रभाव पड़ता है?

(a) केवल पैतृक DNA का

(b) केवल मातृक DNA का

(c) मातृक और पैतृक दोनों के DNA का

(d) ना तो मातृक DNA का और ना ही पैतृक DNA का

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 17. वह वर्ग चुनिए जिनमें साझे लक्षण सबसे अधिक संख्या में पाए जाते हैं

(a) एक स्पीशीज की दो व्यष्टियों में

(b) एक जीनस की दो स्पीशीजों में

(c) एक फैमिली के दो जीनसों में

(d) दो फैमिली के दो जीनसों मे

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 18. विकाससिद्धांत के अनुसार नयी स्पीशीज का निर्माण सामान्यत: किसके कारण होता है?

(a) प्रकृति द्वारा अचानक हुई सृष्टि की उत्पत्ति के कारण

(b) कई पीढ़ियों तक विविधताओं के जमा होते जाने के कारण

(c) अलैंगिक जनन के दौरान क्लोन बनने के कारण

(d) व्यष्टियों के एक पर्यावास से दूसरे पर्यावास में चले जाने के कारण

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 19. नीचे दी गई सूची में से, उन लक्षणों का चुनाव कीजिए जिन्हें उपार्जित किया जा सकता है, वंशागत नहीं

(a) आँख का रंग

(b) त्वजा का रंग

(c) शरीर का आकार

(d) बालों का स्वरूप

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 20. नर और मादा युग्मकों द्वारा साथ लाए जाने वाले विशेषकों (लक्षणों) के दो रूपांतर कहाँ स्थित होते हैं?

(a) एक ही गुणसूत्र की प्रतिकृतियों पर

(b) दो विभिन्न गुणसूत्रों पर

(c) लिंगगुणसूत्रों पर

(d) किसी भी गुणसूत्र पर

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 21. उन कथनों का चुनाव कीजिए जो जीनों की विशिष्टताएं बताते हैं

(i) जोन DNA अणु बेसों के विशिष्ट क्रम के रूप में होते हैं

(ii) जीन प्रोटीनों का कूटन नहीं करता

(iii) किसी स्पीशीज की व्यष्टियों में, एक विशिष्ट जीन एक खास गुणसूत्र पर स्थित होता है

(iv) प्रत्येक गुणसूत्र में केवल एक ही जीन होता है

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 22. मटर के एक शुद्ध लंबे पौधे (TI) और एक शुद्ध बौन पौधे (tt) में संकरण कराया गया। F, पीढ़ी में शुद्ध लंबे पौधों और बौने पौधों का अनुपात क्या होगा?

(a) 1:3

(6) 3:1

c) 1:1

(d) 2:1

Ans :- ( c )

 

प्रश्न 23. मानव के युग्मनज में लिंग गुणसूत्रों के युग्म/युग्मों की संख्या कितनी होती

(c) तीन

(a) एक

(b) दो

(d) चार

Ans :- ( a )

 

प्रश्न 24. प्राकृतिक चयन द्वारा स्पीशीज़ों का विकाससिद्धांत किसने दिया था?

(a) मेंडेल ने

(b) डार्विन ने

(c) मॉर्गन ने

(d) लैमार्क ने

Ans :- ( b )

 

प्रश्न 25. कुछ डायनासौरों में पर (पिच्छ) मौजूद थे किंतु वे उड़ नहीं सकते थे, लेकिनnपक्षियों में पर होते हैं जो उन्हें उड़ने में मदद करते हैं। विकास के संदर्भ में इसका यह अर्थ हुआ कि आनुवंशिकता एवं जैव विकास

(a) सरीसृपों की उत्पत्ति पक्षियों से हुई

(b) सरीसृपों और पक्षियों के बीच कोई विकास संबंध नहीं है

(c) दोनों ही जीवों में पर समजात अंग हैं

(d) पक्षियों की उत्पत्ति सरीसृपों से हुई

Ans :- ( d )

 

लघुउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 26. मानवों में नवजात बच्चे के लिंग का निर्धारण कैसे होता है?

उत्तर :-मानव में बच्चों का लिंग निर्धारण उनके मातापिता के जीनों (गुणसूत्रों) से कियाजाता है। माता में XX गुण सूत्र एवं पिता में XY गुणसूत्र पाए जाते हैं। पिताका X एवं माता का X गुणसूत्र मिलकर लड़की तथा पिता का Y एवं माताका X गुणसूत्र मिलकर लड़का उत्पन्न करता है।

 

प्रश्न 27. क्या माँ का आनुवंशिक संयोजन की हाल ही जन्मे बच्चे के लिंगनिर्धारणमें कोई महत्वपूर्ण भूमिका होती है ?

उत्तर :-नहीं, माता अपने संतति के लिंग निर्धारण में कोई भूमिका नहीं निभाती है। संततिमें लिंग निर्धारणपिता के जीन पर निर्भर करता है।

 

प्रश्न 28. जीवाश्मों की उन तीन महत्वपूर्ण लक्षणों की चर्चा कीजिए जो विकास काअध्ययन करने में मदद करते हैं।

जीवाश्मों के तीन लक्षण

1. किसी जीव के जीवन काल का समय निर्धारण।

2. जीवों ने उनके पूर्वजों के बीच विकाशीय कारकों में संबंध स्थापित करना।

3. जीवों के पूर्वजों में संरक्षण के तरीके दर्शाना।

 

प्रश्न 29. स्त्रियों में बनने वाले सभी युग्मकों में एक गुणसूत्र क्यों होता है?

उत्तर :-स्त्रियों में X प्रकार के दो (लिंगी) गुणसूत्र होते हैं। युग्मक बनते समय अर्धसूत्री विभाजन के परिमाणस्वरूप हरेक युग्मक पर एकएक x गुणसूत्रnचला जाता है। इस प्रकार स्त्रियों में बनने वाले सभीयुग्मकों में सिर्फ x गुणसूत्र होते हैं।

 

प्रश्न 30. मानवों में नर अथवा मादा बच्चे के पैदा होने की सांख्यकीय संभावना50:50 होती है। उपयुक्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-नर युग्मकों में X तथा Y गुणसूत्र का अनुपात 50 : 50 है जो बच्चों में लिंग निर्धारित करता है। अतः मानव में नर अथवा मादा बच्चे पैदा होने की सांख्यिकीय संभावना 50 : 50 होती है।

 

प्रश्न 31. अपेक्षाकृत बड़ी समष्टि की अपेक्षा, बहुत छोटी समष्टि के विलुप्त हो जाने के खतरे अधिक होते हैं। इसकी उपयुक्त आनुवंशिक व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-बड़ी समष्टि की अपेक्षा छोटी समष्टि में जीवों की संख्या कम होने के कारण उनमें प्रजनन के अवसर कम प्राप्त होंगे जिससे उनमें भिन्नताएँ बहुत ही कम उत्पन्नहोंगी। इस कारण वे पर्यावरणीय परिवर्तन से लाभान्वित नहीं हो पाने के परिणामस्वरूप समाप्त हो जाएँगे।

 

प्रश्न 32. समजात संरचनाएँ क्या होती हैं? एक उदाहरण दीजिए। क्या यह जरूरी है कि समजात संरचनाओं के हमेशा ही साझे पूर्वज हों।

उत्तर :-जीवों के वे अंग जिनकी आधारभूत संरचना समान परन्तु उनके कार्य अलगअलग हों, समजात संरचनाएँ कहलाती हैं। जैसेस्तनधारियों, उभयचरों आदि के पश्चपाद। समजात संरचनाओं के साझे पूर्वज होते हैं, परन्तु भिन्नभिन्न कार्यों के कारण उनमें भिन्नताएँ जाती हैं।

 

प्रश्न 33. पृथ्वी पर क्या जंतुओं की विविधता से उनकी विविध वंशपरंपरा का संकेत मिलता है। विकास के संदर्भ में इस बात की चर्चा कीजिए।

उत्तर :-जन्तुओं की प्रजातियों उनकी संरचनाओं में अत्यधिक भिन्नताएँ पायी जाती है। इससे स्पष्ट होता है कि उनके पूर्वजों में भी काफी भिन्नताएँ रही होंगी क्योंकि समान पूर्वज की स्थिति में भिन्नताएँ कम होती हैं।

 

प्रश्न 34. मटर के पौधे के निम्नलिखित लक्षणों के विपर्यासी विशेषकों के युग्म लिखिए और बताइए कि उनमें से कौनसा विशेषक प्रभावी है और कौनसा अप्रभावी :

(i) पीला बीज

(ii) गोल बीज

उत्तर :-

(i) पीला बीज प्रभावी

हरा बीज अप्रभावी

(ii) गोल बीज

प्रभावी

चिपटा बीज अप्रभावी

 

प्रश्न 35. मेंडेल ने अपने प्रयोगों के लिए मटर का पौधा ही क्यों चुना?

उत्तर :-मेंडेल द्वारा मटर का पौधा चुनने का कारण

(i) कम समय में उग जाना

(ii) मटर का अल्प जीवनकाल

(iii) मटर में भिन्नता दर्शाने हेतु विशेष लक्षण

(iv) स्वपरागित पौधा

(v) फूलों का अपेक्षाकृत बड़ा आकार

 

प्रश्न 36. एक महिला ने केवल लड़कियों को ही जन्म दिया। आनुवंशिक दृष्टि से इस स्थिति का विश्लेषण कीजिए और उपयुक्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-महिला के जीन में सिर्फ एक ही प्रकार के XX गुणसूत्र होते हैं परन्तु पुरूषों के

जीन में XY दोनों प्रकार के गुणसूत्र होते हैं। महिला द्वारा सिर्फ लड़कियों को ही जन्म देने का कारण यह है कि उसका अण्डाणु सिर्फ x गुणसूत्र वाला शुक्राणु द्वारा ही निषेचित हुआ होगा।

 

दीर्घउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 37. क्या स्पीशीज की व्यष्टियों के भौगोलिक विलगन से नई स्पीशीज बन सकती है? उपयुक्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-उत्तर के लिए पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ 157) प्रश्नोत्तर 2 देखें

 

प्रश्न 38. मानवों से तुलना करने पर जीवाणु के शरीर की योजना सरलतर होती है। क्या इसका अर्थ यह हुआ कि जीवाणुओं की तुलना में मानव अधिक विकसित होते हैं ? उपयुक्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर :-शारीरिक संरचना की जटिलता के आधार पर मनुष्य निश्चित रूप से अन्य जीवाणुओं से अधिक विकसित है। परन्तु जैविक लक्षणों पर्यावरण से तालमेल के आधार पर मानव अन्य जीवाणु दोनों को ही विकसित माना जासकता है।

 

प्रश्न 39. सभी मानव प्रजातियाँ, जैसे अफ्रीकी, ऐशियाई, यूरोपियन, अमरीकी और अन्य प्रजातियाँ एक सामान्य पूर्वज से व्युत्पन्न हुई हैं। इस विचारधारा केसमर्थन में कुछ प्रमाण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर :-उत्तर के लिए महत्वपूर्ण लघुउत्तरीय प्रश्नोत्तर 43 देखें।

 

प्रश्न 40. वंशागत और उपार्जित लक्षणों के बीच अंतर बताइए। प्रत्येक का एकएक

उत्तर :-वंशागत लक्षण जीवों में एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी स्थानांतरित होती है क्योंकि यह जीवों के DNA पर निर्भर करती है। परन्तु उपार्जित लक्षण जीवों में वातावरणीय परिवर्तन के कारण उत्पन्न होते हैं, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित नहीं होते हैं।

 

प्रश्न 41. “उपार्जित लक्षणों की वंशागति संभव नहीं है।कारण बताइए।

उत्तर :-उपार्जित लक्षणों की वंशागति संभव नहीं हो सकती है, क्योंकि ये लक्षण जनन कोशिकाओं के DNA में कोई अंतर नहीं ला सकते हैं।

 

प्रश्न 42. विकास के संदर्भ में आकारिकीय संरचनाओं की तुलना में आण्विक संरचना में अधिक स्थायित्व पाया जाता है। इस कथन की विवेचना कीजिए और अपने मत का औचित्य बताइए।

उत्तर :-जीव जगत में आकार, संरचना, रूप आदि लक्षणों के आधार पर अत्यधिक विविधताएँ पायी जाती हैं, परन्तु आण्विक स्तर पर सभी जीव समरूपता दर्शाते

हैं, जैसे– DNA, RNA, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आदि सभी जीवों में पाए जातेहैं।

 

प्रश्न 43. निम्नलिखित संकरणों में संतति की विशिष्टताएँ बताइए :

 

संकरण

संतति

(a) RR YY ûRR  YY

गोल पीलागोल पीला

(b) Ry  YyûRr  Yy

गोल पीलागोल पीला

(c) rr yy     û (c) rr yy

झुरींदार हराझुरींदार हरा

(d) RR YYû rr yy

गोल पीलाझुरींदार हरा

…………………………

 

…………………………

 

…………………………

 

…………………………

 

उत्तर :-

(a) गोलपीला,

(b) गोलपीला, गोलहरा, पीलापिचका, हरापिचका

(c) हरापिचका

(d) पीलागोल

 

प्रश्न 44. निम्नलिखित संकरण पर ध्यान दीजिए और F1 में स्वपरागण दर्शाते हुए,

रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए :

जनक RRYYûrryy

गोल, पीलाझुरींदार, हरा

F1 – Rr Yyû ?

गोल, पीला

उत्तर :-Rr Yr पीलागोल

 

प्रश्न 45. उपरोक्त प्रश्न में F, संतति में लक्षणों के संयोजन क्या होंगे? उनके अनुपातभी बताइए।

उत्तर :-

1. पीलागोल– 9

2. हरागोल – 3

3. पीलाझुरींदार– 3

4. हराझुरींदार – 1

इनके अनुपात9:3: 3:1

प्रश्न 46. वंशागति प्रणाली के मूलभूत लक्षण बताइए।

उत्तर :-वंशागति प्रणाली के मूलभूत लक्षण

1. जीवों के सभी लक्षण जीन द्वारा नियंत्रित होते हैं।

2. प्रत्येक जीन एक विशिष्ट लक्षण को नियंत्रित करता है।

3. जीवों के व्यक्तिगत स्तर पर एक या अनेक जीन हो सकते हैं।

4. दोनों प्रकार के जीन युग्मक बनाते समय पृथक हो जाते हैं।

5. दोनों प्रकार के जीन युग्मनज में साथ रहते हैं।

 

प्रश्न 47. F1 संतति में लक्षणों के नए संयोजन के बनने के कारण बताइए।

उत्तर :-F1 संतति में लक्षकों के नए संयोजनलम्बेबौने गोलझुरौंदार बीज के लक्षण स्वतंत्र रूप सेवंशानुगत होते हैं।

 

 

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