Class 10 Non-Hindi (अहिन्दी ) पाठ – 9 अशोक का शस्त्र त्याग
1. ‘ अशोक का शस्त्र त्याग ‘ शीर्षक पाठ गद्य की कौन – सी विधा है ?
( क ) कहानी
( ख ) लेख
( ग ) यात्रा – वृतांत्त
( घ ) नाटक।
उत्तर- ( घ )
2. ‘ अशोक का शस्त्र त्याग ‘ शीर्षक एकांकी के लेखक हैं
( क ) प्रेमचंद
( ख ) वंशीधर श्रीवास्तव
( ग ) मो . इकबाल
( घ ) फणीश्वर नाथ रेणु।
उत्तर- ( ख )
3. ‘ अशोक का शस्त्र त्याग ‘ शीर्षक पाठ का मूल उद्देश्य क्या है ?
( क ) अहिंसा परमोधर्म
( ख ) शांति का पक्षधर
( ग ) दोनों
( घ ) सभी गलत हैं।
उत्तर- ( ग )
4. अशोक कहाँ का सम्राट था ?
( क ) कलिंग
( ख ) मगध
( ग ) उज्जैन
( घ ) सभी गलत हैं।
उत्तर- ( ख )
5. ‘ अशोक का शस्त्र त्याग ‘ शीर्षक एकांकी में कुल कितने मुख्य पात्र हैं ?
( क ) एक
( ख ) दो
( ग ) तीन
( घ ) चार।
उत्तर- ( घ )
6. अशोक का शस्त्र त्याग में किस युद्ध का वर्णन है ?
( क ) स्वतंत्रता संग्राम का
( ख ) ब्रिटिश काल का
( ग ) प्राचीन काल का
( घ ) कलिंग युद्ध का।
उत्तर- ( घ )
7. सैनिक भेष में कौन चंडी के समान दिखती है ?
( क ) पद्मा
( ख ) दुर्गा
( ग ) काली
( घ ) कमला।
उत्तर-( क )
8. ‘ कलिंग ‘ संबंधित है
( क ) रानी लक्ष्मीबाई से
( ख ) पद्मा से
( ग ) अशोक से
( घ ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-( ख )
9. कलिंग का युद्ध कितने दिनों तक चला ?
( क ) चार सालों तक
( ख ) दो सालों तक
( ग ) तीन सालों तक
( घ ) पाँच सालों तक।
उत्तर- ( क )
10. कलिंग महाराज की कन्या कौन थी ?
( क ) रेखा
( ख ) जया
( ग ) पद्मा
( घ ) सभी।
उत्तर- ( ग )
11. कितने साल के युद्ध बाद भी कलिंग नहीं जीता जा सका ?
( क ) छ : साल
( ख ) दो साल
( ग ) पाँच साल
( घ ) चार साल।
उत्तर ( ख )
12. पद्मा किसका बदला लेना चाहती है ?
( क ) अपने भाई का
( ख ) अपने पति का
( ग ) अपने पिता का
( घ ) अपने पुत्र का।
उत्तर- ( ग )
13. पद्मा का संबंध है |
( क ) बक्सर की लड़ाई से
( ख ) 1857 की क्रान्ति से
( ग ) कलिंग युद्ध से
( घ ) प्लासी की लड़ाई से।
उत्तर-( ग )
14. सैनिकों को तलवार फेंकने का आदेश किसने दिया ?
( क ) अशोक ने
( ख ) पद्मा
( ग ) लक्ष्मीबाई ने
( घ ) सेनापति ने।
उत्तर- ( क )
15. ‘ मैं स्त्री – वध नहीं करूँगा ‘ यह पंक्ति किसने कही ?
( क ) पद्मा ने
( ख ) सैनिक
( ग ) सेनापति ने
( घ ) अशोक ने।
उत्तर- ( घ )
16. फेंक कर चलाये जाने वाले हथियार को कहते हैं
( क ) अस्त्र
( ख ) शस्त्र
( ग ) आग्नेयास्त्र
( घ ) लाठी।
उत्तर- ( क )
17. ‘ बुद्धं शरणं गच्छामि ‘ किसने कहा ?
( क ) अकबर ने
( ख ) अशोक ने
( ग ) चाणक्य ने
( घ ) औरंगजेब ने।
उत्तर -( ख )
18. ‘ मैं स्त्रियों पर शस्त्र नहीं चलाऊँगा ‘ किसने कहा ?
( क ) सेना ने
( ख ) अशोक ने
( ग ) पुलिस ने
( घ ) चन्द्रगुप्त ने।
उत्तर-( ख )
v.v.i Subjective Question ( 2marks )
1. पद्मा के ललकारने पर भी अशोक ने युद्ध करना स्वीकार क्यों नहीं किया ?
उत्तर- पद्मा के ललकारने पर भी अशोक ने युद्ध करना स्वीकार नहीं किया क्योंकि उनके सामने कलिंग महाराज की वीरांगना कुत्री पद्मा स्त्री सैनिकों के साथ उनसे लोहा लेने के लिए खड़ी थी । स्त्रियों से युद्ध करना शास्त्रविरुद्ध है । यदि वह पद्मा के साथ युद्ध करते तो उनकी वीरता कलाकत होती तथा भारतीय आदर्श का अपमान होता । इसीलिए पद्मा के ललकारने पर भी अशोक ने युद्ध करना स्वीकार नहीं किया ।
2. पद्मा को अशोक से बदला लेने का अच्छा अवसर था , तब भी उसने अशोक को जीवित क्यों छोड़ दिया ?
अथवा , पद्मा ने अशोक को जीवित क्यों छोड़ दिया ?
उत्तर – निहत्थे पर वार करना शास्त्रविरुद्ध है । अशोक ने स्त्रियों पर शस्त्र न उठाने का निश्चय कर अपनी तलवार फेंक दो और सैनिकों को भी तलवार फेंक देने का आदेश दिया । फलतः सभी निहत्या हो चुके थे । अशोक और उनके सैनिकों को निहत्था देखकर उन पर हथियार उठाना अनुचित मानकर उनसे बदला लेने का अवसर पाकर भी उसने अशोक को जीवित छोड़ दिया । अपने पिता की हत्या का बदला नहीं लिया
3. ( क ) बुद्धं शरणं गच्छामि ।
( ख ) धर्म शरणं गच्छामि ।
( ग ) संघ शरणं गच्छामि दिए गए उपर्युक्त वाक्य संस्कृत भाषा में लिखे गए हैं । इन्हें हिन्दी में अनुवाद कीजिए ।
उत्तर- ( क ) मै बुद्ध की शरण में जाता हूँ ।
( ख ) मैं धर्म की शरण में हूँ ।
( ग ) मैं संघ की शरण में जाता हूँ ।
4.अस्त्र ‘ और ‘ शस्त्र ‘ के अंतर को लिखिए ?
उत्तर- फेंककर चलाया जाने वाला उपकरण अस्त्र है
जैसे — रॉकेट लाँचर । हाध में रखकर ले चलने वाला उपकरण शस्त्र है जैसे — बंदूक ।
5. अगर आप अशोक या पद्मा की जगह होते तो क्या करते और क्यों ?
उत्तर- अगर हम अशोक या पद्मा की जगह होते तो हम भी वही करते उत्तर जैसा उन लोगों ने किया । हम भी अपने आन – मान – सम्मान के लिए अपने प्राण की बाजी लगा देते , क्योंकि जन्मभूमि की रक्षा से बढ़कर कोई कार्य नहीं होता । इसी प्रकार हम अशोक की तरह प्राण देना अच्छा समझते किन्तु स्त्रियों पर हाथ न उठाते और राजकुमारी पद्मा की तरह निहत्थे पर वार नहीं करते , क्योंकि हमारे शास्त्र ने ऐसा करने से मना किया है । स्त्रियों पर हाथ उठाना तथा निहत्थे पर वार करना दोनों धर्म विरुद्ध कार्य हैं । इन दोनों को अपनाना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है ।
v.v.i Subjective Question ( 5marks )
1. सैनिकों को उत्साहित करने के लिए राजकुमारी पद्मा और सम्राट अशोक द्वारा कही गयी बातों की तुलना कीजिए और बताइए कि अधिक प्रभावशाली कौन है ?
उत्तर- अशोक ने अपने सैनिकों को उत्साहित करते हुए कहा कि या तो हम कलिंग के दुर्ग पर अधिकार कर लेंगे या सदा के लिए मृत्यु की गोद में सो जाएँगे । दूसरी और पद्मा अपनी सेना को संबोधित करती हुई कहती है कि तुमलोग वीर कन्या , वीर भगिनी तथा वीर पत्नी हो । जिस सेना ने अपनी विजय – लालसा पूरी करने के लिए लाखों माताओं की गोद सुनी कर दी , लाखों स्त्रियों की माँग का सिंदूर पोंछ दिया , वह सेना तुम्हारे सामने खड़ी है । उसी से तुम्हें लड़ना है । तुम प्रण करो कि प्राण रहते कलिंग दुर्ग के भीतर किसी को पैर नहीं रखने दूंगी । इसकी रक्षा हर कीमत पर करूँगी । पद्मा का कथन अधिक प्रभावशाली है , क्योंकि उसमें देशरक्षा की बात कही गई है ।
2. अशोक का शस्त्र – त्याग ‘ एकांकी को कहानी के रूप में लिखिए । अथवा , अशोक का मन युद्ध से कैसे बदला ?
उत्तर – मगध सम्राट अशोक महान वीर थे । अनेक राज्यों को जीतने के बाद उन्होंने कलिंग राज्य पर आक्रमण कर दिया । चार वर्षों तक युद्ध चलता रहा । दोनों ओर के लाखों सैनिक मारे गए । खून की नदियाँ बह चलीं । कलिंग महाराज मारे गए । उनके सेनापति को कैद कर लिया गया फिर भी कलिंग दुर्ग का फाटक न खुला । दुर्ग के बंद होने की बात सुनकर अशोक उत्तेजित हो उठा और स्वयं सैनिकों के साथ कलिंग दुर्ग का फाटक तोड़ने पहुँच गया । उधर कलिंग की राजकुमारी पद्मा स्त्री सैनिकों के साथ सम्राट अशोक से लोहा लेने पहुंच गई । अशोक स्त्री सैनिकों को देख स्तब्ध रह गए । उन्होंने स्त्रियों पर हाथ उठाना अनुचित मानकर अपनी तलवार फेंक दी । राजकुमारी के लाख ललकारने के बावजूद वे अपने प्रण पर दृढ़ रहे । राजकुमारी ने भी इन्हें निहत्था देखकर उनपर वार नहीं किया । अशोक ने कलिंग को स्वतंत्र छोड़ दिया । इतना ही नहीं , आगे कोई युद्ध न करने का भी प्रण किया । उन्होंने बौद्ध करते रहे । धर्म स्वीकार कर लिया और जीवन भर अहिंसा , प्रेम तथा सेवा व्रत का पालन करते रहे