( 2 – MARKS QUESTIONS )
प्रश्न:1 आधारभूत संरचना किसे कहते हैं ? अथवा , आर्थिक संरचना का क्या महत्व है ?
उत्तर:- आधारिक संरचना या आधारभूत संरचना का आशय वैसी सुविधाओं या सेवाओं से है जो देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं । आधारिक संरचना की श्रेणी में , बिजली , परिवहन , संचार , बैंकिंग , स्कूल कॉलेज , अस्पताल , रेल , सड़क आदि आते हैं । देश के विकास के साथ आधारिक संरचना का सम्बन्ध समानुपातिक है । जिस अनुपात में आधारिक संरचना का विकास होता जाएगा उसी अनुपात में आर्थिक विकास दर भी बढ़ता चला जाएगा ।
प्रश्न:2 मिश्रित अर्थव्यवस्था क्या है ?
उत्तर:- मिश्रित अर्थव्यवस्था के अन्तर्गत उत्पादन के साधनों पर निजी व्यक्तियों तथा सरकार दोनों का स्वामित्व होता है । तद्नुरूप उत्पादन भी होता है । आय स्वरूप लाभों का व्यय भी दोनों अपने – अपने क्षेत्रों में करते हैं । इस प्रकार दोनों ही मिश्रित अर्थव्यवस्था के अन्तर्गत आते हैं । मिश्रित अर्थव्यवस्था समाजवादी तथा पूँजीवादी व्यवस्था की मध्यमार्गी प्रवृत्ति है । मिश्रित अर्थव्यवस्था का उद्देश्य सूक्ष्म लाभ कमाना , उपभोक्ता को जन्म देना , आर्थिक समृद्धि एवं समानता लाना आदि
प्रश्न:3 आर्थिक नियोजन क्या है ? इसके मुख्य उद्देश्य क्या हैं ?
उत्तर:- आर्थिक नियोजन का अर्थ राष्ट्र की प्राथमिकताओं के अनुसार देश के संसाधनों का विभिन्न विकासात्मक क्रियाओं में प्रयोग करना है । इस प्रकार अर्थव्यवस्था के लिए उपलब्ध संसाधनों का ऐसा नियोजन , समन्वय एवं उपयोग है जिनसे हम समयबद्ध कार्यक्रम के अन्तर्गत पूर्व निर्धारितम सामाजिक एवं आर्थिक उद्देश्यों को प्राप्त कर डालते हैं ।
उद्देश्य-
( i ) भारत में व्याप्त गरीबी , निर्धनता को समाप्त करना
( ii ) शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना ।
( iii ) प्रति व्यक्ति आर्थिक आय में बढ़ोतरी करना ।
( iv ) देशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करना ।
( v ) भूमि की उर्वरा शक्ति का शत प्रतिशत उपयोग कर भारत की समृद्धि में अप्रत्याशित बढ़ोतरी करना ।
प्रश्न:4 आर्थिक विकास की माप कुछ सूचकांकों द्वारा करें । अथवा , आर्थिक विकास के मुख्य क्षेत्रों का वर्णन करें ।
उत्तर:- आर्थिक विकास की माप राष्ट्रीय आय , प्रति व्यक्ति आय , मानव विकास सूचकांक अथवा राष्ट्रीय मानव विकास रिपोर्ट के द्वारा किया जा सकता है राष्ट्रीय आय का अर्थ किसी समयावधि विशेष में उस राष्ट्र में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य से है । राष्ट्रीय आय आर्थिक विकास के मापन का आधार देता है । प्रति व्यक्ति आय सबसे बेहतर सूचकांक है । किसी भी व्यक्ति की व्यक्तिगत आय देश के व्यक्तियों के औसत आय के बराबर होती है । राष्ट्रीय आय में देश की कुल जनसंख्या से भाग दे देने पर व्यक्तिगत आय की प्राप्ति हो जाती है । प्रति व्यक्ति आय = राष्ट्रीय आय कुल जनसंख्या ।
प्रश्न:5 आर्थिक विकास क्या है ? आर्थिक विकास तथा आर्थिक वृद्धि में अन्तर बताएँ ।
उत्तर:- आर्थिक विकास आर्थिक नियोजन का परिणाम है । प्रोमेचर एवं वाल्डवीन ने कहा कि ‘ आर्थिक विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा दीर्घकाल में किसी अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है । ‘ प्रो ० रोस्टोव ने कहा कि ‘ आर्थिक विकास एक ओर श्रमशक्ति में वृद्धि की दर तथा दूसरी ओर जनसंख्या वृद्धि के बीच स्थापित सम्बन्ध है । ‘ साहित्यिक दृष्टि से विकास एवं वृद्धि में कोई फर्क नहीं है । अर्थशास्त्र विकास एवं वृद्धि में फर्क करता है । अर्थशास्त्री हिक्स तथा डॉ . वाईट सिंह ने वृद्धि शब्द का प्रयोग आर्थिक दृष्टि से विकसित राष्ट्रों के सम्बन्ध में किया है जबकि विकास शब्द का प्रयोग अविकसित अर्थव्यवस्था के संदर्भ में किया है । मैड्डीस ने भी धनी राष्ट्रों के संदर्भ में आर्थिक वृद्धि तथा विपन्न राष्ट्रों के लिए विकास शब्द के प्रयोग की बात की है ।