( 2 – MARKS QUESTIONS )
प्रश्न:1 भारत के निर्यात एवं आयात वाले मुख्य वस्तुओं का उल्लेख करें
उत्तर:-
निर्यात – इंजीनियरिंग सामान , पेट्रोलियम उत्पाद , रत्न और आभूषण , रसायन
आयात – सोना , चाँदी , उर्वरक , अलौह पदार्थ , रसायन आदि ।
प्रश्न:2 उद्योगों के स्थानीकरण के तीन कारकों को लिखिए ।
उत्तर:- उद्योगों के स्थानीयकरण के तीनकारक हैं :
( i ) कच्चा माल ,
( ii ) पूँजी की व्यवस्था .
( iii ) बृहत् बाजार
प्रश्न:3 उपभोक्ता उद्योग से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:- वैसे उद्योग जिनसे उपभोक्ता सीधे तौर पर जुड़े होते हैं , उपभोक्ता उद्योग कहलाते हैं ।
जैसे :- मोबाइल , तेल , आदि उपभोक्ता उद्योग हैं ।
प्रश्न:4 स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को उदाहरण सहित वर्गीकृत करें ।
उत्तर:- स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को चार भागों में बाँटा जा सकता है ।
( क ) सार्वजनिक उद्योग- सार्वजनिक उद्योग सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रबंधित तथा सरकार द्वारा संचालित होते हैं । BHEL तथा SAIL इसी प्रकार के उद्योग हैं
( ख ) निजी उद्योग – निजी उद्योग का स्वामित्व किसी एक व्यक्ति अथवा समूह के हाथ में होता है । टिस्को तथा बजाज ऑटो लिमिटेड निजी उद्योगों के उदाहरण हैं ।
( ग ) संयुक्त उद्योग – वे उद्योग जो राज्य सरकार तथा निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयास से चलाये जाते हैं , उन्हें संयुक्त उद्योग कहा जाता है । ऑयल इंडिया लिमिटेड ( OIL ) एक ऐसा ही उद्योग है ।
( घ ) सहकारी उद्योग – वे उद्योग जिनका स्वामित्व कच्चे माल की पूर्ति करने वाले उत्पादकों , श्रमिकों या दोनों के हाथों में होता है , सहकारी उद्योग कहलाते हैं । महाराष्ट्र की चीनी मिलें तथा केरल के नारियल पर आधारित उद्योग इसके उदाहरण हैं ।
प्रश्न:5 मुम्बई हाई तेल उत्पादक क्षेत्र का परिचय दें ।
उत्तर:- मुम्बई हाई क्षेत्र मुम्बई तट से 176 किलोमीटर दूर उत्तर – पश्चिम दिशा में अरब सागर में स्थित है । यहाँ 1975 में तेल खोजने का कार्य शुरू हुआ । यहाँ समुद्र में सागर सम्राट नामक मंच बनाया गया है जो एक जलयान है और पानी के भीतर तेल के कुएँ खोदने का कार्य करता है । । यहाँ 80 करोड़ टन तेल के भण्डार का अनुमान है ।
( 5 – MARKS QUESTIONS )
प्रश्न:1 भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी उद्योग का विवरण दीजिए ।
उत्तर:- इस उद्योग को ज्ञान आधारित उद्योग भी कहते हैं । क्योंकि इसमें उत्पादन के लिए विशिष्ट ज्ञान , उच्च प्रौद्योगिकी और निरंतर शोध और अनुसंधान की आवश्यकता पड़ती है । यह उद्योग मुख्यत : सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित है । इसने देश के आर्थिक ढाँचे तथा लोगों की जीवन – शैली में क्रांति ला दिया है । इस उद्योग के अन्तर्गत ट्रांजिस्टर , टेलीविजन , टेलीफोन , पेजर , रडार , सेल्यूलर टेलीकाम , जैव – प्रौद्योगिकी , अंतरिक्ष उपकरण , कम्प्यूटर तथा प्रक्रिया सामग्री ( सॉफ्टवेयर ) इत्यादि हैं । इनके प्रमुख उत्पादक केन्द्र बंगलुरु , मुम्बई , दिल्ली , हैदराबाद , पूणे , चेन्नई , कोलकाता , कानपुर तथा लखनऊ हैं । इसके अतिरिक्त 20 सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क हैं जो सॉफ्टवेयर विशेषज्ञों को एकल विंडों सेवा तथा उच्च आँकड़े संचार सुविधा प्रदान करते हैं । इस उद्योग का प्रमुख महत्व रोजगार उपलब्ध कराना है । इसमें रोजगार प्राप्त व्यक्तियों में लगभग 30 प्रतिशत महिलाएँ हैं । पिछले दो या तीन वर्षों से यह उद्योग विदेशी मुद्रा प्राप्ति करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है ।
प्रश्न:2 भारत में सूती वस्त्र उद्योग के वितरण का वर्णन करें ।
उत्तर:- भारत में सूती वस्त्र उद्योग के कारखाने 1854 ई ० में मुम्बई में कवासगी डाबर द्वारा स्थापित की गयी । यह भारत का सबसे बड़ा संगठित एवं व्यापक उद्योग है । अधिकांश सूती वस्त्र मिलें महाराष्ट्र , गुजरात , पं ० बंगाल , तमिलनाडु , उत्तर प्रदेश , पंजाब में अवस्थित हैं ।
( i ) महाराष्ट्र इसका सूती वस्त्र के उत्पादन में प्रथम स्थान है । यहाँ मुम्बई , पूणे , अमरावती , शोलापुर , सांगली , जलगाँव , कोल्हापुर में सूती वस्त्र कारखाने हैं । मुम्बई को सूती वस्त्र की राजधानी कहते हैं ।
( ii ) गुजरात अहमदाबाद , सूरत , राजकोट , बड़ोदरा , पोरबंदर , भरुच प्रमुख सूती वस्त्र उद्योग केन्द्र हैं । अहमदाबाद को पूर्व का बोस्टन कहा जाता है । यहाँ महीन किस्म का कपड़ा बनाया जाता है ।
( iii ) प . बंगाल यहाँ बाजार को ध्यान में रखकर उद्योग की स्थापना की गयी है । प्रमुख केन्द्र हैं – हावड़ा , हुगली चौबीस परगना , मुर्शीदाबाद आदि ।
( iv ) तमिलनाडु – यहाँ सूती कपड़ों की सर्वाधिक मिलें हैं । प्रमुख केन्द्र कोयम्बटुर , चेन्नई , मुदैर , तिरुनबेली आदि मे हैं । इसके अलावे उत्तर प्रदेश में कानपुर , वाराणसी , आगरा , पंजाब में अमृतसर , लुधियाना , बिहार में गया , पटना , डुमराँव , सिगोड़ी आदि में भी सूती वस्त्र उद्योग का केन्द्र स्थापित हैं ।