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Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 7 नियंत्रण एवं समन्वय

Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 7 नियंत्रण एवं समन्वय

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Class 10 Science NCERT Solutions in Hindi Chapter – 7 नियंत्रण एवं समन्वय

पृष्ठ-32

प्रश्न 1. प्रतिवर्ती क्रिया और टहलने के बीच कया अंतर है?

उत्तर- प्रतिवर्ती क्रिया मस्तिष्क की इच्छा के बिना होने वाली अनैच्छिक क्रिया है। यह स्वायत्त प्रेरक की प्रत्युत्तर है। यह बहुत स्पष्ट और यांत्रिक प्रकार की है। ये मेरुरज्जु दूवारा नियंत्रित पेशियों दूवारा कराई जाती है जो प्रेरक के प्रत्युत्तर में होती है जबकि “टहलना’ एक ऐच्छिक क्रिया है जो मनुष्य सोच-विचार कर ही करता है और इसका नियंत्रण मस्तिष्क द्वारा होता है । प्रतिवर्ती क्रिया में शरीर के केवल ‘एक भाग मेरूरज्जु प्रतिक्रिया करता है जबकि टहलने में मस्तिष्क और पूरा शरीर ‘एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है।

 

प्रश्न 2. दो तंत्रिका कोशिका ( न्यूरॉन ) के मध्य अंतर्ग्रंथन ( सिनेप्स ) में क्या होता है?

उत्तर- प्राणियों के शरीर में दो तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) एक-दूसरे के साथ जुड़कर शृंखला बनाते हैं और सूचना आगे प्रेषित करते हैं । सूचना एक तंत्रिका कोशिका के द्रुमाकृतिक सिरे दूवारा उपार्जित की जाती है और एक रासायनिक क्रिया के दूवारा ‘एक विद्युत आवेग उत्पन्न करती है। यह आवेग द्रुमिका से कोशिकाओं तक पहुँचता है और तंत्रिकाक्ष में होता हुआ इसके अंतिम सिरे तक पहुँच जाता है। तंत्रिकाक्ष के अंत में विद्युत आवेग के दूवारा कुछ रसायनों को उत्पन्न कराया जाता है जो रिक्त स्थान (सिनेप्टिक दरार) को पार कर अपने से अगली तंत्रिका कोशिका की द्रुमिका में इसी प्रकार विद्युत आवेश को आरंभ कराते हैं । यह शरीर में तंत्रिका आवेग की मात्रा की सामान्य योजना है। इसी प्रकार का एक अंतर्ग्रंथन (Synapse) ऐसे आवेगों को तंत्रिका कोशिका से अन्य कोशिकाओं या ग्रंथियों ‘तक ले जाता है।

 

प्रश्न 3. मस्तिष्क का कौन-सा भाग शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है?

उत्तर- अनुमस्तिष्क (cerebellum) शरीर की स्थिति तथा संतुलन का अनुरक्षण करता है। यह प्रमस्तिष्क के पिछले भाग में नीचे की ओर स्थित होता है। यही ऐच्छिक ‘पेशियों की गति को नियंत्रित करता है।

 

प्रश्न 4. हम एक अगरबत्ती की गंध का पता कैसे लगाते हैं?

उत्तर- हमारी नाक में गंध ग्राही होते हैं। इनके संवेदी न्यूशन अगरबत्ती की गंध को ग्रहण हैं और अनुक्रिया को प्रेरकक्षेत्र तक पहुँचाते हैं। अग्र मस्तिष्क (cerebrum) में ग्राही से संवेदी आवेग प्राप्त करने का क्षेत्र होता है जो सूंघने के लिए विशिष्टीकृत है। वही गंध का निर्णय लेकर अगरबत्ती की सुगंध का हमें अनुभव कराता है।

 

प्रश्न 5. प्रतिवर्ती क्रिया में मस्तिष्क की कया भूमिका है?

‘उत्तर- प्रतिवर्ती क्रियाएं मस्तिष्क के दूवारा परिचालित नहीं होतीं। ये मेरुरज्जु के दूवारा नियंत्रित पेशियों की अनैच्छिक क्रियाएं होती हैं जो प्रेरक के प्रत्युत्तर में होती हैं। ये क्रियाएं चाहे मस्तिष्क की इच्छा के बिना होती हैं पर मस्तिष्क तक इसकी सूचना

‘पहुँचती है जहाँ सोचने-विचारने की प्रक्रिया होती है। अग्रमस्तिष्क सोचने, वाहन चलाते समय संकेतों का पालन कराता है । मध्यमस्तिष्क सिर, गर्दन, धड़, आँख की पुतलियों आदि को नियंत्रित करता है और पश्चमस्तिष्क हृदय गति, श्वसन, रक्‍्तदाब आदि को नियंत्रित करता है।

 

पृष्ठ-36

प्रश्न 1. पादप हॉर्मोन क्या हैं ?

‘उत्तर- वे विभिन्‍न प्रकार के रासायनिक पदार्थ जो पौधों में वृद्धि और विभेदन संबंधी क्रियाओं पर नियंत्रण करते हैं उन्हें पादप हॉर्मोन करते हैं। पादप हॉर्मोन अनेक प्रकार के होते हैं, जैसे-ऑक्सिन (Auxins), इथाइलीन (Ethylene), जिब्बेरलिन (Gibberllins), साइटोकाइनिन (Cytokinins), ‘एबसिसिक अम्ल (Abscisic Acid) ।

 

प्रश्न 2. छुई-मुई की पत्तियों की गति, प्रकाश की ओर प्ररोह की गति से किस प्रकार भिन्न है?

उत्तर- छूई-मुई पौधों पर प्रकाशानुवर्तन गति का प्रभाव पड़ता है। पौधे का प्ररोह बहुत धीमी गति से प्रकाश आने की दिशा में वृद्धि करते हैं लेकिन इसके पत्ते स्पर्श की अनुक्रिया के प्रति बहुत अधिक संवेदनशील हैं। स्पर्श होने की सूचना इसके विभिन्‍न भागों को बहुत तेज़ी से प्राप्त हो जाती है। पादप इस सूचना को एक कोशिका से दूसरी कोशिका तक संचारित करने के लिए वैद्युत-रसायन साधन का उपयोग करते हैं। उसमें सूचनाओं के चालन के लिए कोई विशिष्टीकृत ऊतक नहीं होते इसलिए वे जल की मात्रा में परिवर्तन करके अपने पत्तों को सिकुड़ कर ‘उनका आकार बदल लेते हैं।






प्रश्न 3. एक पादप हॉर्मोन का उदाहरण दीजिए जो वृद्धि को बढ़ाता है।

उत्तर- ऑक्सिन एक पादप हॉर्मोन है जो पौधों की वृद्धि को बढ़ाता है।

 

प्रश्न 4. किसी सहारे के चारों ओर एक प्रतान की वृद्धि में ऑक्सिन किस प्रकार सहायक है ? ं

उत्तर- जब वृद्धि करता पादप प्रकाश को संसूचित करता है तब ऑक्सिन नामक पादप हॉर्मोन प्ररोह के अग्रभाग में संश्लेषित होता है तथा कोशिकाओं की लंबाई में वृदधि करता है। जब पादप पर एक ओर से प्रकाश आ रहा होता है तब ऑक्सिन ‘विसरित होकर प्रयोह के छाया वाले भाग में आ जाता है। प्ररोह की प्रकाश से दूर वाली दिशा में ऑक्सिन का सांद्रण कोशिकाओं को लंबाई में बढ़ने के लिए ‘उद्दीप्त करता है और वह प्रतान की सहायता से किसी दूसरे पादप या बाड़ के ‘ऊपर चढ़ता है। ये प्रतान स्पर्श के लिए संवेदनशील है। जब ये किसी आधार के संपर्क में आते हैं तो प्रतान का वह भाग तेज़ी से वृद्धि करता है जो वस्तु से दूर रहता है और वह वस्तु को चारों ओर से जकड़ लेता है।



 

प्रश्न 5. जलानुवर्तन दर्शाने के लिए एक प्रयोग को अभिकल्पना कीजिए।

उत्तर- लकड़ी का बना एक लंबा डिब्बा लो। इसमें मिट्टी और खाद का मिश्रण भरो। इसके एक सिरे पर एक पौधा लगाओ। डिब्बे में पौधे की विपरीत दिशा में एक ‘कीप मिट्टी में गाड़ दो। पौधे को उसी कीप के दूवारा प्रतिदिन पानी दो। लगभग ‘एक सप्ताह के बाद पौधे के निकट की मिट्टी हटा कर ध्यान से देखो। पौधे की जड़ों की वृद्धि उसी दिशा में दिखाई देगी जिस दिशा से कीप के दूवारा पौधे की सिंचाई की जाती थी।


 


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प्रश्न . जंतुओं में रासायनिक समन्वय कैसे होता है?

उत्तर- जंतुओं में अंतःस्रावी ग्रंथियाँ विशेष रसायनों को उत्पन्न करती हैं। वे रसायन या हॉर्मोन जंतुओं में सूचनाएँ संचरित करने के साधन के रूप में प्रयुक्त होते हैं। अधिवृक्क ग्रंथि से स्रावित एड्रीनलीन हॉर्मोन सीधा रुधिर में स्रावित होता है और शरीर के विभिन्‍न भागों तक पहुँच जाता है। ऊतकों में विशिष्ट गुण होते हैं जो अपने लिए आवश्यक हॉर्मोनों को पहचान कर उनका उपयोग बाहरी या भीतरी स्तर पर करते हैं। विशिष्टीकृत कार्यों को करने वाले अंगों से समन्वय कर वे हॉर्मोन अपना विशिष्ट प्रभाव दिखा देते हैं।

 

प्रश्न 2. आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह क्यों दी जाती है?

उत्तर- अवढुग्रंथि को थायरॉक्सिन हॉर्मोन बनाने के लिए आयोडीन आवश्यक होता है। हमारे शरीर में प्रोटीन और वसा के उपापचय को थॉयरॉक्सिन कार्बोहाइड्रेट नियंत्रित  करता है। यह वृद्धि के संतुलन के लिए आवश्यक होता है। यदि हमारे भोजन में आयोडीन की कमी रहेगी तो हम गॉयटर से ग्रसित हो सकते हैं। इस बीमारी का लक्षण फूली हुई गर्दन या बाहर को ओर उभरे हुए नेत्र-गोलक हो सकते हैं। इस रोग से बचने तथा आयोडीन की शरीर में कमी दूर करने के लिए आयोडीन युक्त नमक के उपयोग की सलाह दी जाती है।

 

प्रश्न 3. जब एड्रीनलीन रुधिर में स्त्रावित होती है तो हमारे शरीर में क्या अनुक्रिया होती है?

उत्तर- एड़रीनलीन को ‘ आपातकाल हॉर्मोन’ भो कहते हैं। जब कोई व्यक्ति भय या तनाव की स्थिति में होता है तब शरीर स्वयं एड्रीनलीन हॉर्मोन को बड़ी मात्रा में स्रावित कर देता है ताकि व्यक्ति आपातकाल का सामना कर सके। इससे हृदय की धड़कन बढ़ जाती है ताकि हमारी पेशियों को अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सके। पाचन तंत्र तथा त्वचा में रुघिर की आपूर्ति कम हो जाती है। इन अंगों की चोटो धमनियों के आसपास की पेशी सिकुड़ जाती है। यह रुधिर की दिशा हमारी कंकाल पेशियों की ओर कर देती है। डायाफ्राम तथा पसलियों की पेशी के संकुचन से साँस तेज़ चलने लगती है। ये सभी अनुक्रियाएँ मिलकर जंतु शरीर को स्थिति से निपटने के लिए तैयार करती हैं ।

 

प्रश्न 4. मधुमेह के कुछ रोगियों की चिकित्सा इंसुलिन का इंजेक्शन देकर क्यों की जाती है?

‘उत्तर- इंसुलिन वह हॉर्मोन है जो अग्नाशय में उत्पन्न होता है। यह रुधिर में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता देता है। यदि यह उचित मात्रा में स्रावित नहीं होता तो रुघिर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है जिस कारण शरीर पर अनेक हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। इसीलिए मधुमेह के कुछ रोगियों को चिकित्सक इंसुलिन का इंजेक्शन देते हैं। इससे उनके रुघिर में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।

 

NCERT अभ्यास प्रशनुत्तर

प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन-सा पादप हॉर्मोन है ?

(a) इंसुलिन

(b) थायरॉक्सिन

(c) एस्ट्रोजन

(d) साइटोकाइनिन।

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 2. दो तंत्रिका कोशिका के मध्य खाली स्थान को कहते हैं–

(a) डरुमिका

(b) सिनेप्स

(c) एक्जान

(d) आवेग।

उत्तर– (b)

 

प्रश्न 3. मस्तिष्क उत्तरदायी है–

(a) सोचने के लिए

(ब). हृदय स्पंदन के लिए

(c) शरीर का संतुलन बनाने के लिए

(d) उपर्युक्त सभी।

उत्तर– (d)

 

प्रश्न 4. हमारे शरीर में ग्राही का क्या कार्य है? ऐसी स्थिति पर विचार कीजिए जहाँ… ग्राही उचित प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हों । क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है?

‘उत्तर– पर्यावरण में प्रत्येक परिवर्तन की अनुक्रिया से एक समुचित गति उत्पन्न होती है जो ं हमारे आसपास होने कौ स्थिति में हमें प्रभावित करती है । हमारे शरीर के ग्राही उन… सूचनाओं को इकट्ठा करते हैं और उन्हें केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तक भेज देते हैं। तंत्रिका तंत्र में मस्तिष्क और सुष्मुना उचित संदेश शरीर के विभिन्‍न अंगों और ग्ंथियों को प्रेषित कर देते हैं । यदि ग्राही उचित प्रकार से कार्य न कर रहे हॉँ तो वे… पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों को न तो समझ पाएंगे और न ही उनके प्रति ठीक ं प्रकार से कोई प्रतिक्रिया कर सकेंगे।

 

प्रश्न 5. एक तंत्रिका कोशिका ( न्यूरॉन ) की संरचना बनाइए तथा इसके कार्यो का वर्णन कीजिए।

उत्तर– तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) संदेशों का संवहन करने वाली मूल इकाई है। यह विशेषरूप से लंबी होती है।




इसमें जीव द्रव्य से घिरा हुआ केंद्रक होता है । जीव द्रव्य से डैंड्राटस नामक अनेक छोटी-छोटी शाखाएँ निकलती हैं। इन शाखाओं में से एक शाखा अधिक लंबी होती है। इसे एक्सॉन कहते हैं । यह संदेशों को कोशिका से दूर ले जाता है। कोई भी तंत्रिका कोशिका सीधी दूसरी तंत्रिका कोशिका से जुड़ी हुई नहीं होती। इनके ‘बीच कुछ रिक्त स्थान होता है जिसमें बहुत-ही समीप का संवहन होता है इसे अंतर्ग्रथन कहते हैं । यदि हमारे पैर में दर्द है तो इसकी सूचना पैर में स्थित संवेदी तंत्रिका कोशिका के डेंड्राइट ग्रहण करते हैं । तंत्रिका कोशिका उसे विद्युत संकेत में बदल देती है। यह विद्युत संकेत तंत्रिकाक्ष के द्वारा प्रवाहित होता है । अंतग्रँथन में होता हुआ यह मस्तिष्क तक पहुँचता है। मस्तिष्क संदेश ग्रहण कर उस पर अनुक्रिया करता है। प्रेरक तंत्रिका इस अनुक्रिया को पैर की पेशियों तक पहुँचाती है और पैर की पेशियां उचित अनुक्रिया करती हैं । तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) तीन प्रकार की हैं–

(i) संबेदी तंत्रिकोशिका–शरीर के विभिन्‍न भागों से यह संवेदनाओं को मस्तिष्क की ओर ले जाती है।

(ii) प्रेरक तंत्रिकोशिका–यह मस्तिष्क से आदेशों को पेशियों तक पहुँचाती है।

(iii) बहुशुवी तंत्रिकोशिका— यह संवेदनाओं को मस्तिष्क की तरफ और मस्तिष्क से पेशियों की ओर ले जाने का कार्य करती है।

 

प्रश्न 6. पादप में प्रकाशानुवर्तन किस प्रकार होता है?

उत्तर- पादप के प्ररोह तंत्र के दूवारा प्रकाश स्रोत की दिशा को ओर गति करना प्रकाशानुवर्तन कहलाता है। प्रयोह तंत्र का प्रकाश के प्रति धनात्मक अनुवर्तन होता है। यदि किसी पादप को गमले में लगा कर इसे किसी अंधेरे कमरे में रख दें जिसमें प्रकाश किसी खिड़की या दरवाज़े की ओर से भीतर आता हो तो कुछ दिन के बाद ‘प्रयोह का अग्रभाग स्वयं उसी दिशा में मुड़ जाता है जिस तरफ से प्रकाश कमरे में प्रवेश करता है। ऐसा इसलिए होता है कि प्रयेह शीर्ष केवल उसी दिशा में स्रावित होने वाले अधिक ऑस्किन के प्रभाव से नष्ट हो जाता है जबकि विपरीत दिशा की ‘तरफ हॉर्मोन उपस्थित रहता है। इस कारण प्ररोह प्रकाश की दिशा में मुड़ जाता है।



प्रश्न 7. मेरुरण्जु आघात में किन संकेतों को आने में व्यवधान होगा?

उत्तर– मेरुरज्जु आघात में प्रतिवर्ती क्रियाएँ तथा अनौच्छिक क्रियाओं के लिए आने वाले संकेतों में व्यवधान होगा। पर्यावरण की कोई भी सूचना आगत-निर्गत तंत्रिकाओं के बंडल से होती हुई मस्तिष्क में पहुँच जाएगी। वह तुरंत प्रभावित अंगों में न पहुँचकर मस्तिष्क के दूवारा उस अंग तक पहुँचेगी। ऐसा होने से अधिक देर लगेगी और तब तक अंग कुप्रभावित हो जाएगा।

 

प्रश्न 8 पादप में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है? |

उत्तर– पादवों में रासायनिक समन्वय पादप हॉमॉरों के कारण होता है। पादप विशिष्ट. हॉ्मोंनों को उत्पनत करते हैं जो उसके विशेष भागों को प्रभावित करते हैं। पादपों में ्रेह प्रकाश के आने कौ दिशा कौ ओर ही बढ़ता है। गुरुत्वानवर्तन जड़ों को नीचे की ओर मुड़ कर अनुक्रिया करता है। इसी प्रकार जलानुवर्तन और रासायनावर्तन

होता है। पराग नलिका का बीजांड की ओर वृद्धि करना रसायनानुवर्तन का

उदाहरण है। विभिन्‍न पादप हॉमॉन कोशिकाओं के द्वारा संश्लेषण के पश्चात्‌ पौधे के अन्य भागों में विसरित हो कर उसे प्रभावित करते हैं। साइटोकाइनिन हॉर्मोन पौधों की जीर्णता को रोकते हैं। ऑक्सिन हॉ्मोन बुद्धि, अनुवर्तन गतियों जड़ विभेदन आदि को नियंत्रित करते हैं। ऐब्सिसिक अम्ल वृद्धिरोधक पादप ‘हॉरमोन है तो एथिलीन हॉर्मोन फलों के पकने में सहायता प्रदान करते हैं। |

 

प्रश्न 9. एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय तंत्र की क्या आवश्यकता है?

उत्तर- बहुकोशकौय जीवों की संरचना बहुत जटिल होती है। उनके शरीर के विभितत

बाहरी और भीतरी अंगों की विशिष्ट कार्यप्रणालियों और गतिविधियों में तालमेल को परम आवश्यकता होती है । अंगों के नियंत्रण और समन्बय के द्वारा ही उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति संभव हो सकती है। जोवों की जटिल प्रकृति के कारण ही बे उन तंत्रों का उपयोग करते हैं जो नियंत्रण एवं समन्वय कार्य करते हैं। विशिष्टीकरण

ऊतक का उपयोग नियंत्रण और समन्वय में सहायक सिद्ध होता है।

 

प्रश्न 10. अनैच्छिक क्रियाएँ तथा प्रतिवर्ती क्रियाएँ एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?

उत्तर– प्रतिवर्ती क्रियाएं वे क्रियाएँ हैं जो बाहरी संवेदतरा के उत्ल में तुरंत और अपने-आप हो जाती हैं। इन पर मस्तिष्क का कोई नियंत्रण नहीं ढोता। ये मेररण्जु के दूवारा नियंत्रित की जाती हैं । प्रतिवर्ती क्रियाएँ स्वायत्त प्रेरक के प्रत्य्तर होती हैं । अनैच्छिक क्रियाएँ भी प्राणियों की इच्छा से चालित नहीं होतीं लेकिन इनका संचालन मध्यमस्तिष्क और पश्चमस्तिष्क के दवारा किया जाता है।

 

प्रश्न 11. जंतुओं में नियंत्रण एवं समन्वय के लिए तंत्रिका तथा हॉर्मोन क्रियाविधि की तुलना तथा व्यत्रिक (Contrast) कीजिए।

उत्तर-

तंत्रिका क्रिया विधि

हॉमॉन क्रिया बिधि

1. यह एक्सॉन के अंत में विद्युत आबेग का परिणाम है जो कुछ रसायनों का विमोचन कराता है।

1. बह रक्त के द्वारा भेजा गया रासायनिक संदेश है।

2. सूचना अति तीब्रगति से आगे बढ़ती है।

2. सूचना धीरे-धीरे गति करती है।

3. सूचना विशिष्ट एक या अनेक तंत्र, कोशिकाओं, नयूँगगों आदि को प्राप्त होती है।

3. सूचना सारे शरीर को रक्त के माध्यम से प्राप्त हो जाती है जिसे कोई विशेष कोशिका या तंत्र स्वयं प्राप्त कर लेता है।

4. इसे उत्तर शीघ्र प्राप्त हो जाता है।

4. इसे उत्तर प्रा: चीरे- धीरे प्राप्त होताहै

5. इसका प्रभाव कम समय तक रहताहै।

5. इसका प्रभाव प्राय: देर तक रहता है।

 

प्रश्न 12. छुई-मुई पादप की गति तथा हमारी टांग में होने वाली गति के तरीके में क्‍या अंतर है?

उत्तर- छुई-मुई पादप स्पर्श करते ही पत्तियों को झुका कर या बंद कर संवेदनशीलता का. परिचय दे देती है। पादप हॉर्मोन के प्रभाव के कारण पादप कोशिकाएं यह पण्विर्तित कर देती हैं जबकि हमारी टांग में होने वाली ऐच्छिक क्रिया का परिणाम है जो अनुमस्तिष्क के दूवाणा संचालित होती है। इसमें तंत्रिका नियंत्रण का सहयोग प्राप्त किया जाता है।

 

प्रश्न प्रदर्शिका

प्रश्न 1. ग्राही अंगों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही है?

(a) रसग्राही अंग स्वाद का पता लगाते हैं जबकि प्राणग्राही अंग गंध का ः

(b) रसग्राही और ब्राणग्राही दोनों ही अंग गंध का पता लगाते हैं

(c) श्रवण और ब्राणग्राही दोनों ही अंग स्वाद का पता लगाते हैं

(d) घ्राणग्राही अंग स्वाद का पता लगाते हैं जबकि रसग्राही अंग गंध का ः

उत्तर- (a)

 

प्रश्न 2. न्यूट्रॉन में विद्युत आवेग कहाँ से आरंभ होकर कहाँ तक जाते हैं?

(a) डेंड्राट  ऐक्सॉन  ऐक्सॉन छोर  कोशिका काय

(b) कोशिका काय  डेंड्राइट  ऐक्सॉन  ऐक्सॉन छोर

(c) डेंड्राड  कोशिका काय  ऐक्सॉन  ऐक्सॉन छोर

(d) ऐक्सॉन छोर  ऐक्सॉन → कोशिका काय  डेंड्राइट

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 3. सिनेप्स पर, रासायनिक संकेत का सप्रेषण होता है.

(a) एक न्यून के डेंड्राइट छोर से दूसो न्यूगौन के ऐ्सॉन छोर तक

(b) ऐक्सॉन से उसौ न्यूगन की कोशिका काय तक

(c) कोशिका काय से उसी न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर तक

(d) एक न्यूरॉंन के ऐक्सॉन छोर से दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर तक

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 4. न्यूरॉन में विद्युत संवेऊत रासायनिक संकेत में कहाँ बदलता है ?

(a) कोशिका काय में

(b) ऐक्सॉन छोर पर

(c) ढेंड्राइद छोर पर

(d) ऐक्सॉन में

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 5. प्रतिवर्ती चाप के संघटकों का सही क्रम क्या है?

(a) ग्राहो अंग  पेशियाँ ® संबेदी न्यूरॉन  प्रेरक न्यूरॉन  मेस्रण्जु

(b) ग्राही अंग ® प्रेरक न्यूगॉ ® मेस्रण्जु ® संबेदी न्यूगॉंन ® पेशी

(c) ग्राही अंग ® मेरुरज्जु ® संबेदी न्यूरॉन ® प्रेरक न्यूरॉन ® पेशी

(d) ग्राही अंग ® संबेदी न्यूगॉन ® मेरुरण्जु ® प्रेरक न्यूगेंन ® पेशी

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 6 निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?

(a) पर्यावरण में किसी वस्तु के प्रति अनुक्रिया के लिए अचानक होते वाली क्रिया को प्रतिबर्तों चाप कहते हैं

(b) संबेदी न्यूरॉन संकेतों को मेरुरण्जु से पेशियों तक ले जाते हैं

(c) प्रेरक न्यूरॉन संकेतों को ग्राही अंगों से मेरुण्जु तक ले जाते हैं

(d) किसी ग्राही अंग से आरंभ होकर संकेत एक पेशी अथवा एक ग्रैथि तक जिस मार्ग से संप्रेषित होते हैं उसे प्रतिवर्ती चाप कहते हैं

(a) (i) और (ii)

(b) (i) और (iii)

(c) (i) और (iv)

(d) (i) और  (ii), (iii)

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 7. मस्तिष्क के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?

(i) मस्तिष्क का सोचने वाला प्रमुख भाग पश्च-मस्तिष्क है

(ii) सुनने, सुँघने, स्मरण-शक्ति, देखने आदि के केंद्र अग्र-मस्तिष्क में स्थित होते हैं

(iii) लार-श्रवण, स्वाद, वमन, रुघिर-दाब जैसी अनैच्छिक क्रियाओं का नियंत्रण ‘पश्च-मस्तिष्क में स्थित मेडला से होता है

(iv) अनु-मस्तिष्क और संतुलन का नियंत्रण नहीं करता

(a) (i) और (ii)

(b) (i) और (ii), (iii)

(c) (i) और (iv)

(d) (iii) और (iv)

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 8. शरीर की भंगिका और संतुलन का नियंत्रण होता है-

(a) प्र-मस्तिष्क से

(b) अनु-मस्तिष्क से

(c) मेडुला से

(d) पॉस से

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 9. मेरुरण्जु निकलती है-

(a) प्र-मस्तिष्क से

(b) मेडुला से

(c) पॉस से

(d) अनु-मस्तिष्क से

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 10. प्ररोह का प्रकाश की तरफ वृद्धि करना कहलाता है-

(a) गुस्त्वातुवर्तन

(b) जलोनुवर्तन

(c) रसोनुवर्तन

(d) प्रकाशोनुवर्तन

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 11. पौधों में एब्सिसिक अम्ल का प्रमुख कार्य है-

(a) कोशिकाओं की लंबाई को बढ़ाना

(७) कोशिका-विभाजन को प्रोत्साहित करना

(c) वृद्धि को संदमित करना

(d) तने की वृद्धि को प्रोत्साहित करना

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 12. निम्नलिखित में से किसका संबंध पोथे की वृद्धि से नहीं है?

(a) ऑक्सित

(b) जिबरेलिन

(c) साइटोकाइनिल

(d) ऐब्सिसिक अम्ल

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 13. आयोडीन किस हॉमॉन के संश्लेषण के लिए आवश्यक है?

(a) ऐड्रीनलिन

(b) थायरॉक्सिन

(c) ऑक्सिन

(d) इंसुलिन

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 14. इंसुलिन के बारे में गलत कथन चुनिए-

(a) यह अग्न्याशय से उत्पन्न होता है

(b) यह शरीर की वृद्धि और उसके परिवर्धन का नियमन करता है

(c) यह रुघिर में शर्करा के स्तर का नियमन करता है.

(d) इंसुलिन के अपर्याप्त स़वण से डायबिटीज रोग हो जाता है।

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 15. बेमेल युग्म को चाहिए-

(a) ऐड्ौनलिन और पीयूष

(b) टेस्टोस्टेगपेन और वृषण

(c) ईस्ट्रोजन और अंडाशय

(d) धायरॉक्सिन और थॉयरॉइड ग्रंथि

उत्तर- (a)

 

प्रश्न 16. द्वार-कोशिकाओं की आकृति किसके परिवर्तन के कारण बदल जाती है?

(a) कोशिकाओं की प्रोटीन-संघटना के

(b) कोशिकाओं के तापमान के

(c) कोशिकाओं में जल की मात्रा के

(d) कोशिकाओं में केंद्रक की स्थिति के

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 17. मटर के पौधों में प्रतान की वृद्धि किसके कारण होती है?

(a) प्रकाश के प्रभाव के

(b) गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के

(c) प्रतान को उन कोशिकाओं में तीव्र विभाजन के कारण जो अवलंब से दूर होती है

(d) प्रतान की उन कोशिकाओं में तीव्र विभाजन के कारण जो अवलंब के सपंर्क में होती है

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 18. पराग-नलियों की अंडाणु की तरफ़ वृद्धि किसके कारण होती है?

(a) जलानुवर्तन के

(b) ससोनुवर्तन के

(c) गुरुत्वानुवर्तन के

(d) प्रकाशानुवर्तन के

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 19. सूर्य के मार्ग के अनुसार सूरज की गति किसके कारण होती है?

(a) प्रकाशानुवर्तन के

(b) गुरुत्वानुवर्तन के

(c) रसोनुवर्तन के

(d) जलानुवर्तन के

उत्तर- (a)

 

प्रश्न 20. पौधे पर से परिपक्व पत्तियों और फलों का झड़ना किस पदार्थ के कारण होता है?

(a) ऑक्सिन

(b) जिबरेलिन

(c) ऐब्सिसिक अम्ल

(d) साइटोकाइनिन

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 21. तंत्रिका आवेग के संप्रेषण के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही है?

(a) तंत्रिका-आवेग डेंड्राइट छोर से ऐक्सॉन छोर की तरफ़ जाता है

(b) डेंड्राइर छोर पर, विद्युत आवेगों के कारण, कुछ रसायनों का उत्सर्जन होता है जो कि दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट में उसी प्रकार का विद्युत आवेग उत्पन्न कर देते हैं

(c) एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर से निकलने वाले रसायन सिनैप्स को लाँघ जाते. हैं और दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट में उसी प्रकार का विद्युत उत्पन्न कर देते हैं.

(d) एक न्यूगन विद्युत आवेगों को न केवल दूसरे न्यूगॉन तक ही संप्रेषित करता. है बल्कि पेशी और ग्रंथि-कोशिकाओं तक भी संप्रेषित करता है

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 22. शरीर की अनैच्छिक क्रियाओं का नियंत्रण होता है- ः

(a) अग्र-मस्तिष्क के मेडूला से

(b) मध्य-मस्तिष्क के मेडूला से न

(c) पश्च-मस्तिष्क के मेडूला से

(d) मेरुरज्जु के मेडूला से

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 23. निम्नलिखित में से कौन-सी क्रिया अनैच्छिक नहीं है? ः

(a) वमन

(b) लार का स्रवण

(c) दृदय-स्पंदन

(d) चर्वण

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 24. जब किसी व्यक्ति को सर्दी-जुकाम हो रहा होता है तो वह क्या नहीं कर सकता?

(a) सेब और आइसक्रीम के स्वाद में विभेद

(b) इत्र और अगरबत्ती की गंध में विभेद

(c) लाल प्रकाश और हरे प्रकाश में विभेद

(d) गर्म वस्तु और ठंडी वस्तु में बिभेद

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 25. विद्युत आवेग के प्रवाह की सही दिशा कौन-सी है?

उत्तर- (c)


प्रश्न 26. थायरॉक्सिन के बारे में कौन-सा कथन सही है?

(a) थायरॉक्सिन के संश्लेषण के लिए लौह आवश्यक होता है।

(b) यह शरीर में कार्बोहाइड्रेटों, प्रोटीनों और वसाओं के उपापचय का नियमन करता है।

(c) थायरॉक्सिन के संश्लेषण के लिए थायरॉयड ग्रंथि को आयोडीन की आवश्यकता होती है।

(d) थायरॉक्सिन को थायरॉयड हॉर्मोन भी कहते हैं।

उत्तर- (a)

 

प्रश्न 27. बौनेपन का कारण होता है-

(a) थायरॉक्सिन के स्राव की अधिकता।

(b) वृद्धि-हार्मोन के स्राव की कमी ।

(c) ऐड्रीनलिन के स्राव की कमी।

(d) वृद्धि-हार्मोन के स्राव की कमी ।

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 28. यौवनरंभ से संबंधित शरीर के लक्षणों से महत्वपूर्ण परिवर्तन प्रमुखतः किसके स््रवण के कारण होते हैं ?

(a) वृषणों से ईस्ट्रोजन और अंडाशय से टेस्टोस्टेरॉन के कारण।

(b) ऐड्रीनल ग्रंथि से ईस्ट्रोजन और पिट्यूटरी ग्रंथि से टेस्टोस्टेरॉन के कारण।

(c) बृषणों से टेस्टोस्टेरॉन और अंडाशय से ईस्ट्रोजन के कारण।

(d) धायरॉयड ग्रंथि से टेस्टोस्टेरॉन के और पिट्यूटरी ग्रंथि से ईस्ट्रोजन के कारण।

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 29. एक चिकित्सक ने किसी व्यक्ति को इंसुलिन का इंजेक्शन लेने की सलाह दी क्योंकि–

(a) उसका रुघिर-चाप कम था।

(b) उसके हृदय स्पंदन की दर कम थी।

(c) वह गलगंड नामक रोग से पीड़ित था।

(d) उसके रुघिर में शर्करा स्तर अधिक था।

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 30. पुरुषों में जनन क्षमता वृद्धि करने बाला हॉर्मोन कौन-सा है?

(a) ईस्ट्रोजन

(b) टेस्टोस्टेरॉन

(c) इंसुलिन

(d) बृद्धि-हॉर्मोन

उत्तर- (b)

 

प्रश्न 31. निम्नलिखित में से कौन-सी अंतःस्त्रावी ग्रंथि अयुग्मित होती है?

(a) ऐड्रीनल

(b) वृषण

(c) पिट्यूटरी

(d) अंडाशय

उत्तर- (c)

 

प्रश्न 32. दो न्यूरॉनों के बीच के संगम-स्थल को कया कहते हैं?

(a) कोशिका जंक्शन

(b) तंत्रिकापेशीय जंक्शन

(c) तंत्रिक जोड़

(d) सिनेप्स

उत्तर- (d)

 

प्रश्न 33. मानवों में, जैव प्रक्रियाओं का नियंत्रण और नियमन होता है-

(a) जनन और अंत: स्रावी तंत्रों से.

(b) श्वसन और तंत्रिका तंत्रों से

(c) अंतःस्रावी और पाचन तंत्रों से.

(d) तंत्रिका और अंत:स्रावी तंत्रों से

उत्तर- (d)

 

‘लघुउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 34. चित्र 7.2 में भाग (a), (b), (c) और (d) को नामांकित कीजिए और विद्युत प्रवाह की दिशा को संकेतों द्वारा दर्शाइएँ।




उत्तर—




प्रश्न 35. निम्नलिखित के लिए उत्तरदायी पादप हॉर्मोनों के नाम बताइए-

(a) कोशिकाओं को लंबी होने के लिए.

(b) तने की वृद्धि के लिए.

(c) कोशिका विभाजन का प्रोत्साहन करने के लिए.

(d) जीर्ण पत्तियों के झड़ने के लिए।

उत्तर- (a) ऑक्सिन

(b) जिबरेलीन

(c) साइटोकाइनिन

(d) एब्सीसिक अम्ल

 


प्रश्न 36. चित्र 7.3 में अंतःस्त्रावी ग्रंथियों को नामांकित कीजिए।

उत्तर– (a) पीनियल ग्रंथि, (b) पीयूष ग्रंथि, (c) थायरॉइड प्रंथि, (d) थाइमस ग्रंथि

 

प्रश्न 37. चित्र (a), (b) और (c) में कौन-सा अधिक सही है और क्यों ?



उत्तर– चित्र (a) अधिक सहीं है क्‍योंकि पौधे की जड़ें धनात्मक गुरुत्वाकर्षण गति एवं तने ‘ऊऋणात्मक गुरुत्वानुवर्तन गति दशति हैं जो किसी पादप का सही दिशा दर्शाता है।


प्रश्न 38. चित्र 7.5 में दिखाए गए न्यूरॉन के विभिनत भागों को नामांकित कीजिए।


उत्तर– (a) द्रुमिका, (b) कोशिकाकाय, (c) तंत्रिकाक्ष, (d) एक्सॉन तंतु (तंत्रिका का  अंतिम शिरा)

 

प्रश्न 39. कॉलम A में दिए गए शब्दों को कॉलम B में दिए शब्दों से मिलाइए-

कॉलम (A)

कॉलम (B)

(a) प्राणग्राही

(i) जिहवा

(b) तापग्राही

(ii) नेत्र

(c) रसग्राही

(iii) नासिका

(d) प्रकाशग्राही

(iv) त्वचा

 

उत्तर– (a) iii, (b) iv, (c) I, (d) ii

 

प्रश्न 40. अनुवर्तनी गति क्या होती है? एक उदाहरण देते हुए समझाकर लिखिए।

उत्तर- अनुवर्तनी गति- पौधे या उनके किसी भो भाग का किसी उद्दीपन की दिशा में गति

अनुवर्तनी गति कहलाती है। उदाहरण के लिए पौधे की तनों का प्रकाशनुवर्तन गति ‘एवं उनके जड़ों का गुरुत्वानुवर्तन गति अनुवर्तनो है।

 

प्रश्न 41. यदि हमारे आहार में आयोडीन की मात्रा कम हो तो क्या होगा?

‘उत्तर– आहार में आयोडीन की कमी से थायरॉक्सिन हॉर्मोन का स्राव कम होने लगता है। परिणामस्वरूप कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा का पाचन प्रभावित हो जाता है। इसका लोगों में घेंबा (Goitre) रोग हो जाता है।

 

प्रश्न 42. दो न्यूरॉनों के बीच सिनेप्स पर क्याहोता है?

‘उत्तर– उत्तर के लिए पाठ्यपुस्तक प्रश्नोत्तर पृष्ठ 132 प्रश्न 2 देखें।

 

प्रश्न 43. निम्नलिखित के उत्तर दीजिए–

(a) यौवनारंभ पर मादाओं में दिखाई देने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदाई हॉर्मोन कौन-सा होता है?

(b) किस हॉर्मोन की कमी के कारण बौनापन हो जाता है?

(c) किस हॉर्मोन की कमी के कारण रुघिर में शर्करा स्तर अधिक हो जाता है?

(d) किस हॉर्मोन के संश्लेषण के लिए आयोडीन आवश्यक होता है?

उत्तर-

(a) एस्ट्रोजेन,

(b) वृद्धि हॉर्मोन,

(c) इंसुलिन,

(d) थायरॉक्सिन

 

प्रश्न 44. निम्नलिखित के उत्तर दीजिए-

(a) मस्तिष्क से संबंधित अंत:स््रावी ग्रंथि का नाम क्या है?

(b) कौन-सी ग्रंथि इंजाइमों के साथ-साथ हॉर्मोनों का भी स्राव करती है?

(c) वृक्‍कों से संबंधित अंत:स्रावी ग्रंथि का नाम क्या है 2

(d) कौन-सी अंत:स््रावी ग्रंथि पुरुषों में होती है, लेकिन स्त्रियों में नहीं ?

उत्तर—

(a) पीयूष ग्रंथि,

(b) अग्न्याशय ग्रंथि,

(c) एड्रीनल ग्रंथि,

(d) वृषण

 

दीर्घउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 45, एक न्यूरॉन की संरचना का आरेख बनाइए और उसके कार्य की व्याख्या ‘कीजिए।

उत्तर– उत्तर के लिए अभ्यास प्रश्नोत्तर 5 देखें।

 

प्रश्न 46. मस्तिष्क के प्रमुख भाग कौन से हैं? विभिन्‍न भागों के कार्यों की चर्चा ‘कीजिए।

उत्तर– उत्तर के लिए दीर्घउत्तरीय महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर । देखें।

 

प्रश्न 47. केंद्रीय और परिधीय तंत्रिका तंत्रों के भाग कौन-कौन से हैं ? केंद्रीय तंत्रिका – तंत्र के भागों की सुरक्षा कैसे होती है?

उत्तर– केंद्रीय व परिधीय तंत्रिका तंत्रों के भाग निम्नलिखित हैं– केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के भाग–मस्तिष्क एवं मेरुरज्जु ‘परिधीय तंत्रिका तंत्र के भाग–विभिन्‍न तंत्रिका कोशिकाओं का जाल है जिससे शरीर के विभिन्‍न भागों से सूचनाएँ प्राप्त होती हैं ।केंद्रीय तंत्रिका तंत्र हमारे खोपड़ी में सुरक्षित रहते हैं तथा मेरुरज्जु कशेरुकी दंड अर्थात रीढ़ के अंदर सुरक्षित रहता है।

 

प्रश्न 48. निम्नलिखित में से प्रत्येक हॉर्मोन का एक-एक कार्य बताइए।

(a) थायरॉक्सिन .

(b) इंसुलिन

(c) ऐड्रीनलिन 

(d) वृद्धि-हॉर्मोन

(e) टेस्टोस्टेरॉन

उत्तर– उत्तर के लिए दीर्घउत्तरीय महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 8 (सारणी) देखें ।

 

प्रश्न 49. विभिन्‍न पादप हॉर्मोनों के नाम बताइए। साथ ही पाइप वृद्धि और परिवर्धन पर उनके क्रियात्मक प्रभावों की भी चर्चा कीजिए।

उत्तर– उत्तर के लिए लघुउत्तरीय महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 6, 7 एवं 8 देखें।

 

प्रश्न 50. प्रतिवर्ती क्रियाएँ क्या होती हैं ? कोई दो उदाहरण दीजिए |। प्रतिवर्ती चाप की व्याख्या कीजिए।

उत्तर- प्रतिवर्ती क्रियाएँ–वे स्थितियाँ जब हम अपने पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों के

प्रति अनुक्रिया करते हैं । विस्तृत वर्णन के लिए लघुउत्तरीय महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 20 व 22 देखें।

 

प्रश्न 51. तंत्रिका-तंत्र और हॉर्मोन-तंत्र मिलकर मानवों में नियंत्रण एवं समन्वयन का कार्य संपन्न करते हैं। इस कथन को तर्कसंगत सिद्ध कीजिए।

उत्तर– मानव में तंत्रिका तंत्र एवं हॉर्मोन तंत्र द्वारा नियंत्रण एवं समन्वयन–तंत्रिका तंत्र संवेदी सूचनाओं को प्राप्त कर मांसपेशियों व अन्य अंगों को नियंत्रित करता है तथा हॉर्मोन तंत्र शरीर के भागों को समन्वित करता है। हॉर्मोन मानवों में विकास, वृद्धि, प्रजनन आदि को संचालित करता है। दोनों तंत्र मिलकर भोजन का पाचन, श्वसन, विभिन्‍न तत्वों का परिवहन करते हैं ।

 

प्रश्न 52. जंतुओं में रासायनिक समन्वयन किस प्रकार होता है?

उत्तर– उत्तर के लिए पादयपुस्तक प्रश्नोत्तर पृष्ठ 38 प्रश्न । देखें।

 

प्रश्न 53. सिनेप्स पर संकेतों का प्रवाह एक न्यूरॉन के ऐक्सॉन छोर से दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट छोर की ओर ही होता है, विपरीत दिशा में क्यों नहीं ?

उत्तर– सिनेप्स पर संकेतों का प्रवाह एक न्यूरॉन के एक्सॉन छोर से दूसरे न्यूरॉन के डेंड्राइट की ओर होता है, क्योंकि एक विद्युत संकेत जब एक तंत्रिका कोशिका के अंतिम छोर पर पहुँचता है, तो यह एक रासायनिक पदार्थ उत्पनन करता है जो दूसरी तंत्रिका कोशिका के डेंड्राइट में विसरित होता है जहाँ यह दूसरा विद्युत संकेत. उत्पन्न करता है। इस प्रकार सिनेप्स पर यह क्रिया एक ही दिशा में होता है जो.विपरीत दिशा में कभी नहीं हो सकता है।

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