( 2 – MARKS QUESTIONS )
प्रश्न:1 आर्थिक आधारभूत संरचना किसे कहते हैं ?
उत्तर:- आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है बुनियादी सुविधाओं के अभाव में उत्पादन के लिए कच्चे माल की पहुँच , उत्पादन में आवश्यक सहयोग तथा उत्पादित वस्तुओं की लाभकारी खपत संभव नहीं है । आधारभूत संरचनाओं में वित्त , यातायात , ऊर्जा संचार ( आर्थिक आधारभूत संरचना ) तथा शिक्षा , नागरिक सेवाएँ , स्वास्थ्य ( गैर आर्थिक संरचना ) आदि प्रमुख हैं ।
प्रश्न:2 बाह्यस्रोती करण ( Out Sourcing ) किसे कहते हैं ?
उत्तर:- जब बहुराष्ट्रीय कम्पनियां अपने लिए सम्बन्धित नियमित सेवाएँ स्वयं अपनी कम्पनी की बजाए किसी विदेशी या बाहरी स्रोत अथवा संस्था या समूह से प्राप्त करती हैं , तब यह स्थिति बाह्य स्रोती कही जाती है । सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रसार से ऐसी गतिविधियाँ अत्यधिक महत्वपूर्ण और विशिष्ट आर्थिक गतिविधियाँ बन गयी हैं । दूरसंचार , यातायात , स्वास्थ्य , स्वरोजगार तथा अन्य गैर सरकारी सेवाएँ आती हैं । सेवा क्षेत्र का विस्तार जितना ही ज्यादा होगा रोजगार का अवसर उतना ही बढ़ेगा ।
प्रश्न:3 गैर सरकारी संस्था किस प्रकार सेवा क्षेत्र के विकास को सहयोग करता है , उदाहरण के साथ लिखें ।
उत्तर:- सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जिम्मा गैर सरकारी संस्थाओं को भी सरकार सौंपती है । गैर सरकारी संस्थाएँ कुशलतापूर्वक इन्हें लोगों तक पहुँचा देती हैं । लोग स्वयं भी अपने प्रयास से इन योजनाओं को लागूकरने में सहयोग कर सेवा क्षेत्र के विकास में सहयोग करते हैं । ये क्षेत्र हैं ब्यूटी पार्लर , दूरसंचार , बैंकिंग , स्वरोजगार , बस , विमान सेवा आदि । कुछ सेवाएँ ऐसी हैं जहाँ सरकार द्वारा स्तरीय सेवा उपलब्ध कराना संभव नहीं है । वे क्षेत्र हैं यातायात , शिक्षा , स्वास्थ्य , दूर – संचार , बैंकिंग , इन्श्योरेंस सेवाएँ आदि । उपरोक्त क्षेत्रों में जनता भी सरकारी क्षेत्र की अपेक्षा गैर सरकारी क्षेत्र की सेवा प्राप्त करना पसन्द करती है ।
प्रश्न:4 वर्तमान आर्थिक मंदी का प्रभाव भारत के सेवा क्षेत्र पर क्या पड़ा लिखें ।
उत्तर:- 1991 ई . के वैश्वीकरण का प्रभाव भारत पर जबरदस्त रूप में देखने को मिला । व्यापारिक राष्ट्रों के बीच एक कड़ी प्रतिस्पर्धा शुरू हो गयी । अब लोग वस्तुओं की कीमत के आधार पर इसकी गुणवत्ता आँकने लगे । वैश्वीकरण , निजीकरण एवं उदारीकरण के कारण लोगों को सेवा क्षेत्र का काम प्रत्यक्ष रूप में मिलने लगा । लोगों को दूसरे राष्ट्र में जाकर रोजगार करने का अवसर प्राप्त हुआ । वर्तमान आर्थिक मन्दी का प्रभाव विश्व के कई राष्ट्रों पर पड़ा किन्तु इस आर्थिक मन्दी से भारत कम प्रभावित हुआ । भारत का सूचना प्रौद्योगिकी की सेवा क्षेत्र को मजबूती हमारे इंजीनियरों ने प्रदान किया । यहाँ का पूँजी बाजार इतना मजबूत है कि इसने आर्थिक मंदी का असर भारत पर कम पड़ने दिया । हमारे राज्य के नियुक्त विदेशों में इंजीनियर बेकार हो गए जिससे राज्य का आय कम हुआ ।